बांदा। सरकारी धन का दुरुपयोग किए जाने और प्रांतीय खंड लोक निर्माण विभाग व ग्रामीण अभियंत्रण विभाग पीएमजीएसवाई की साठ-गांठ को लेकर पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष सुशील त्रिवेदी ने मुख्यमंत्री केा भेजकर शिकायत की है। मुख्यमंत्री से भ्रष्टाचार की जांच कराए जाने और कार्रवाई कराए जाने की मांग की है।छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष श्री त्रिवेदी ने बताया कि जनपद के बबेरू में मुरवल से पिस्टा वाया घनसौल संपर्क मार्ग पर 9 किलोमीटर लम्बाई और 5.5 मीटर चैड़ी प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से पीएमजीएसवाई ग्रामीण अभियंत्रण विभाग ने तकरीबन 900 लाख की लागत से 7 जनवरी 2022 को भारत सरकार से स्वीकृति हुई थी। इस मार्ग में कार्य कराये जाने के लिये उत्तर प्रदेश रूरल रोड डेवलपमेंट एजेंसी लखनऊ ने गत 8 जनवरी 2022 को सभी प्रमुख दैनिक समाचार पत्रों में टेंडर आमंत्रण का प्रकाशन कराया था। इस मार्ग के सम्बन्ध में प्रांतीय खंड लोक निर्माण विभाग से एनओसी प्राप्त नहीं की। पीएमजीएसवाई ग्रामीण अभियंत्रण विभाग ने प्रांतीय खंड लोक निर्माण विभाग को इस कार्य के सम्बन्ध में भारत सरकार से प्राप्त स्वीकृति एवं निविदा प्रकाशन किये जाने की सूचना भी नहीं दी। प्रांतीय खंड लोक निर्माण विभाग ने इस मार्ग पर ही दो अलग-अलग नामों से विशेष मरम्मत कार्य योजना के अंतर्गत लगभग 122 लाख रुपये स्वीकृत कराया गया और अप्रैल 2023 में आनन-फानन मार्ग में लीपापोती कर भुगतान कर दिया गया। सरकारी धन का दुरुपयोग किये जाने और अधूरे कार्य किए जाने की शिकायत किये जाने के बाद प्रांतीय खंड लोक निर्माण विभाग ने 26-27 जून 2023 को रातों-रात कुछ हिस्से में कार्य किये जाने की खानापूर्ति की गई है। पीएमजीएसवाई ग्रामीण अभियंत्रण विभाग ने भी ठेकेदार का अनुबंध गठन हो चुका है और अभी कार्य कराया जाना प्रारम्भ नहीं किया गया है। दोनों विभागों ने एक ही मार्ग में लगभग एक ही समय में कराये जाने से निश्चित ही सरकारी धन का अपव्यय होगा। श्री त्रिवेदी ने मांग की है कि सरकारी धन का दुरुपयोग करने वाले और शासन की छवि को धूमिल करने वाले दोषी अधिकारियों पर कठोर कार्यवाही करें।
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