विश्वकप को लेकर अपनी बयानबाजी से दबाव बनाने का प्रयास कर रहे मजारी

लाहौर। पाकिस्तान के खेल मंत्री एहसान उर रहमान मजारी ने विश्वकप में भाग लेने को लेकर बयानबाजी शुरु कर दी है। मजारी पाक प्रधानमंत्री की बनायी उस समिति में शामिल हैं जिससे टीम के भारत दौरे को लेकर फैसला करना है। ऐसे में अब मजारी गीदड़भभकी देकर भारतीय बोर्ड पर दबाव डालने का प्रयास कर रहे हैं पर वह नहीं जानते कि इससे भारतीय बोर्ड पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा क्योंकि अगर पाक टीम विश्वकप खेलने नहीं आती तो ये उसे लिए ही नुकसानदेह होगा। आईसीसी ने पहले ही कह दिया है कि मैच स्थल बदलने के साथ ही तटस्थ स्थलों पर खेलने जैसी कोई मांग नहीं मानी जायेगी। वहीं इसके बाद भी मजारी को लगत है कि वह बयान बाजी कर भारतीय बोर्ड को दबाव में ला देंगे। मजारी ने कहा है कि भारतीय टीम एशिया कप के अपने मैच पाकिस्तान में न खेलकर किसी तटस्थ जगह खेलती है तो हम भी भारत में होने वाले अपने विश्व कप के मैच किसी तटस्थ स्थल पर खेलेंगे। इसके बाद से ही पीसीबी के अधिकारी भी उत्साह में हैं। वहीं अगर पाक इस प्रकार के रवैये पर अड़ा रहा तो उसे आईसीसी की नाराजगी झेलनी पड़ेगी क्योंकि विश्वकप आईसीसी का टूर्नामेंट है। मजारी जिस समिति के सदस्य हैं उस समिति के प्रमुख विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी हैं और इसमें 11 मंत्री भी शामिल हैं। समिति अपनी रिपोर्ट प्रधानमंत्री को सौंप देगी और आखिरी फैसला उन्हीं को लेना है।