नटराज संगीत महाविद्यालय में ग्रीष्मकालीन प्रतिभा विकास कार्यशाला का दीक्षांत समारोह संपन्न

बाँदा।नटराज संगीत महाविद्यालय में संचालित ग्रीष्मकालीन प्रतिभा विकास कार्यशाला का दीक्षांत समारोह एवं गुरु पूर्णिमा उत्सव पर आदिगुरु नटराज पूजन का भव्य आयोजन रेलवे समुदायिक भवन में किया गया। सर्वप्रथम मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन नटराज पूजन किया गया जिस पर मंत्र उच्चारण चंद्रशेखर तिवारी ने किया।मुख्य अतिथि के रूप में युवा समाजसेवी एवं कुशल व्यवसाई अजीत कुमार गुप्ता प्रबंधक बामदेव ग्रुप रहे मुख्य वक्ता के रूप में अयोध्या सिंह पटेल अध्यक्ष बुंदेलखंड विकास बोर्ड उत्तर प्रदेश सरकार तथा अध्यक्षता श्रीमती विनोद जैन पूर्व अध्यक्ष नगर पालिका परिषद ने की विशिष्ट अतिथि के रूप में कानपुर से पधारे एसपी शर्मा अधिवक्ता हाई कोर्ट प्रांत संरक्षक संस्कार भारती,मृदुल कुलश्रेष्ठ मंडल निदेशक आईटीआई ,सीता सिंह सदस्य जिला पंचायत, डॉक्टर इंद्रबीर सिंह रहे।कार्यक्रमों की श्रंखला में शास्त्री पद्धति से ओतप्रोत मंगल गायन की प्रस्तुति शिवांगी मंजू देवी अशिका ने प्रस्तुत किया जिस पर हारमोनियम में संगत मुकेश कुमार आर्गन में संगत रितेश कुमार एवं तबला वादन राम केदार द्विवेदी ने किया।हंसराज मिश्रा,रिया, वेदांत ने सुगम गायन एवं आद्विक ,अथर्व , आर्या पटेल ,वेदांत, रिया अनाया, आरव चौरसिया ने सिंथेसाइजर बजाकर तालियां बटोरी।बांसुरी वादन की कुशल प्रस्तुति गुरुप्रसाद जी ने की तत्पश्चात नृत्य की प्रस्तुतियों में गणेश वंदना क्रिया नृत्य देवांशी गुप्ता के निर्देशन में किया गया तथा सरस्वती वंदना क्रिया नृत्य अनुपमा त्रिपाठी के निर्देशन में संपन्न हुआ ।नन्हे-मुन्ने बच्चों की मनमोहक प्रस्तुति कृष्ण जी पर आधारित नृत्य एवं उंगली पकड़ कर चल, गाने पर छोटे-छोटे बच्चों ने जो प्रस्तुतियां दी जिसका निर्देशन स्वर्णिम ने किया दर्शक भाव विभोर होकर के खड़े होकर के तालियां बजाने लगे।इसी क्रम में  शास्त्रीय नृत्य की प्रस्तुतियों में परंपरागत ठुमरी भाव नृत्य एक ताल में जिसके बोल ,काहे रोक डगर प्यारे नंदलाल, तथा खमाज राग में तीन ताल की प्रस्तुति आवत श्याम लचक चले मुकुट धारी का सुंदर गायन आचार्य श्री राम प्रकाश मिश्र जी द्वारा किया गया जो कि रायबरेली से पधारे थे जिस पर तबला वादन रितेश कुमार व हारमोनियम में संगत मुकेश मिश्र ने की इस पर नृत्य आराध्य मौर्य, सौम्या सिंह ,प्राची ने किया।लोक नृत्य रंगीलो मारो ढोलना ,सेमी क्लासिकल डांस ओ रे पिया तथा नौ देवियों की झांकियों पर आधारित भाव नृत्य, राम आधारित चरित्र कथा सुनिए अति पावन गीत पर नृत्य नाटिका जन-जन के राम तत्पश्चात ढेड़िया नृत्य का सुंदर प्रस्तुतीकरण युवा छात्राओं ने किया।ढेडिया नृत्य की प्रस्तुति में जब छात्राओं ने मटकी लेकर दोनों हाथों में जलता हुआ दीपक सुंदर संगीत और नृत्य के साथ जब अपनी प्रस्तुति का प्रस्तुतीकरण किया तो सभागार में उपस्थित 4 सैकड़ा दर्शक खड़े होकर अनायास तालियां बजाने लगे।इस अवसर पर मुख्य वक्ता अयोध्या सिंह पटेल जी ने कहा यह मनमोहक दृश्य देखकर यह स्पष्ट है कि प्रतिभाओं की कमी नहीं है केवल उनको तराशने की जरूरत है, जोकि नटराज संगीत महाविद्यालय उसकी पूर्ति अनवरत साधना के रूप में कर रहा है।अपनी राष्ट्रीय संस्था संस्कार भारती भी इसी दिशा में कार्य संस्थाओं के माध्यम से करती है क्योंकि संगीत मनुष्य का वरदान है, जीवन में संगीत के बगैर मनुष्य अधूरा होता है।मुख्य अतिथि अजीत कुमार गुप्ता ने सभी प्रतिभागियों को तन्मयता से लगन से अपनी पहचान बनाने को कहा कार्यक्षेत्र कोई भी हो कोई भी  छोटा या बड़ा नहीं होता।कार्यक्रम का संचालन दीनदयाल सोनी ने किया तथा प्रतिभागियों को स्मृति चिन्ह व प्रमाण पत्र देने में मुख्य अतिथि विशिष्ट अतिथि साहित् डॉ शिव प्रकाश सिंह प्रभारी,आनंद किशोर लाल जिलाध्यक्ष संस्कार भारती ,नरेंद्र सक्सेना जिला अध्यक्ष कलार्पण, चंद्रप्रकाश मंत्री संस्कार भारती ,किरण सेठी मंत्री कलार्पण, हरि नारायण मिश्र, डॉ दीपक स्वर्णकार सहित प्राचार्य अनुराधा सिंह, अंजना स्वर्णकार रही।आए हुए सभी साधकों का अभिवादन प्रबंधक धनंजय सिंह तथा आभार प्राचार्य अनुराधा सिंह ने किया।इस अवसर पर कला साधकों का सम्मान भी किया गया जिसमें सर्वश्रेष्ठ कला साधक सम्मान आचार्य राम प्रकाश मिश्र परंपरागत कत्थक नृत्यगुरु, गुरुप्रसाद बांसुरी वादन ,नंदकिशोर गायन, राम केदार व मुकेश कुमार को वादन , अनूपमा त्रिपाठी को शास्त्री नृत्य में देवांशी गुप्ता को महिला नृत्य, कुलदीप गुप्ता को पुरुष नृत्य, स्वर्णिम सिंह को शिशु नृत्य,स्वर वादिनी के प्रशिक्षक में शिवांगी ,तंत्र वादन में मंजू देवी ,फाइन आर्ट की साधक के रूप में अंशिका को सम्मानित किया गया।इस अवसर पर संगीत आचार्य की भूमिका में उमाकांत द्विवेदी को  वा धर्माचार्य की भूमिका में राम प्रताप शुक्ला को भी सम्मानित किया गया।कार्यक्रम के प्रत्यक्षदर्शी एवं सहयोगी के रुप में आशीष कुमार तिवारी दयानंद सिंह प्रकाश,साधना तिवारी,प्रभा गुप्ता,शिवपूजन सिंह एडवोकेट,रहे।