दुद्धी,सोनभद्र। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् काशी प्रांत की चार दिवसीय प्रांत अभ्यास वर्ग (22-25 जून) रविवार को ‘सेवा कुंज आश्रम’ में संपन्न हुई। इस अभ्यास वर्ग में काशी प्रांत के संगठनात्मक दृष्टि से 18 जिलों से कुल 269 प्रतिनिधि जिसमें 201 छात्र, 37 छात्राएं,21 शिक्षक व 10 अतिथि ने सहभागिता की। इस वर्ष 9 जुलाई को अभाविप अपने ऐतिहासिक ध्येय यात्रा के 75वें वर्ष में प्रवेश कर रही है। अभाविप की इस प्रांत अभ्यास वर्ग में विभिन्न सामूहिक व गटशः सत्रों के माध्यम से ‘राष्ट्र पुनर्निर्माण’ में हम अपनी भूमिका कैसे सुनिश्चित करें? इस विषय पर व्यापक चर्चा हुई तथा इस वर्ष के आगामी कार्ययोजनाओं का निर्धारण किया गया। आज अभाविप की कार्यक्षेत्र आयामों, गतिविधि व कार्य के माध्यम से युवाओं को कृषि, पर्यावरण, सेवा, तकनीकी, शिक्षा, स्टॉर्ट-अप, कला, संस्कृति आदि के माध्यम से समाज के प्रत्येक समुदाय के उत्थान हेतु सशक्त करने का काम कर रही है। इस अभ्यास वर्ग में कार्यकर्ताओं को अभाविप की कार्यपद्धति से परिचित करवाया गया अथवा सामाजिक व शैक्षिक चुनौतियों से निपटने के लिए प्रशिक्षण दिया गया। अभाविप आज़ादी के 75 वर्ष के पश्चात आज विश्व के सबसे बड़े छात्र संगठन के रूप में अपनी राष्ट्रवादी विचारधारा से सकारात्मक सामाजिक परिवर्तन लाने का कार्य कर रही है, इनमें ऐसे प्रशिक्षणों की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् काशी प्रांत के प्रांत मंत्री अतेंद्र सिंह ने कहा कि, ‘अभाविप की यह सांगठनिक यात्रा छात्र हित व सामाजिक उत्थान के अनंत स्वर्णिम अध्यायों को समेटे हुए है। आगामी दिनों में अभाविप की ऐसी योजना है कि इस अध्याय में ऐसे ही और भी किस्से जुड़े, इसके लिए अधिक चिंतन और समस्याओं के समाधान हेतु कार्य करने की दिशा में आगे बढ़ेंगे। इन्ही कार्यों के साथ कार्यकर्ता का व्यक्तित्व निर्माण हो, इस पर भी कार्य किया जाएगा जिससे वह कार्यकर्ता ध्येय यात्री के रूप में ‘राष्ट्र पुनर्निर्माण’ में सार्थक प्रयत्न कर सकें।
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