देश में ड्रग्स का व्यापार नहीं होने देंगे और न ही देश को इसका माध्यम बनने देंगे: शाह

नयी दिल्ली। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि मादक पदार्थों के खिलाफ सरकार की ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति के सफल परिणाम दिखने लगे हैं और सरकार का संकल्प है कि देश में मादक पदार्थों का व्यापार न तो होने देंगे और ना ही भारत के माध्यम से इन्हें विश्व में कहीं बाहर जाने देंगे।केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने “ नशीली दवाओं के दुरुपयोग व अवैध तस्करी के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस ” पर सोमवार को अपने संदेश में कहा कि जीरो टॉलरेंस नीति का मुख्य आधार सरकार की “व्होल ऑफ़ गवर्नमेंट अप्रोच” है जिसमें अलग अलग विभागों के समन्वय से नीति को प्रभावी बनाया गया है। मादक पदार्थों के खिलाफ अभियान चला रही संस्थाओं और लोगों को बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि यह अच्छी बात है कि मादक पदार्थ नियंत्रण ब्यूरो इस बार भी अखिल भारतीय स्तर पर ‘नशा मुक्त पखवाड़ा’ का आयोजन कर रहा है।गृह मंत्री ने कहा, “ हमारा संकल्प है कि हम भारत में नारकोटिक्स का व्यापार नहीं होने देंगे और ना ही भारत के माध्यम से ड्रग्स को विश्व में कहीं बाहर जाने देंगे। ड्रग्स के खिलाफ इस मुहिम में देश की सभी प्रमुख एजेंसियाँ, विशेषकर “नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो” निरंतर अपनी जंग जारी रखे हुए है।” इस अभियान को सशक्त करने के लिए गृह मंत्रालय ने 2019 में एनकॉर्ड की स्थापना की एवं हर राज्य के पुलिस विभाग में मादक पदार्थ रोधी कार्य बल का गठन किया गया जिसका पहला राष्ट्रीय सम्मेलन गत अप्रैल में दिल्ली में हुआ।उन्होंने कहा कि मादक दवाओं के दुरुपयोग एवं दुष्प्रभावों के खिलाफ राष्ट्रीय स्तर पर उपयुक्त मंचों के माध्यम से युद्ध स्तर पर अभियान चलाया जा रहा है। इन पदार्थों के खिलाफ व्यापक और समन्वयित लड़ाई का ही असर है कि जहाँ 2006-13 में मात्र 768 करोड़ रुपए की ड्रग जब्त हुयी थी वहीं 2014-22 में यह लगभग 30 गुना बढ़कर 22 हज़ार करोड़ पहुंच गयी और नशे का व्यापर करने वाले लोगों के विरुद्ध पहले की तुलना में 181% अधिक मामले दर्ज किये गये हैं। यह मोदी सरकार की नशा मुक्त भारत के प्रति कटिबद्धता को दर्शाता है।केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि चाहे ड्रग्स की खेती को नष्ट करना हो या जनजागरण हो गृह मंत्रालय सभी संस्थाओं और प्रदेशों के समन्वय से “ड्रग्स मुक्त भारत” के लिए हर सम्भव प्रयास कर रहा लेकिन इस लड़ाई को बिना जनभागीदारी के नहीं जीता जा सकता। उन्होंने कहा, “ आज इस अवसर पर मैं सभी देशवासियों से यह अपील करता हूँ कि अपने आप को और अपने परिवार को ड्रग्स से दूर रखें। ड्रग्स न केवल युवा पीढ़ी और समाज को खोखला बनाता है, बल्कि इसकी तस्करी से अर्जित धन देश की सुरक्षा के खिलाफ प्रयोग में लाया जाता है। इसके दुरुपयोग के विरुद्ध इस युद्ध में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लें। अपने आस-पास हो रहे ड्रग्स के व्यापार की जानकारी सुरक्षा एजेंसियों को दें।” शाह ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि सामूहिक प्रयास से सब मिलकर नशे की समस्या को जड़ से मिटाने में सफल होंगे और ‘ड्रग्स मुक्त भारत’ का लक्ष्य हासिल करेंगे।