शरीर से प्यार करने वालों के लिए योग जरूरी

जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के मुक्तांगन परिसर में विश्वविद्यालय की ओर से मंगलवार को छठवें दिन मुख्य प्रशिक्षक जय सिंह गहलोत ने योग के कई बिंदुओं पर चर्चा की। योगी जय सिंह ने कहा कि हम लोग अक्सर ही यह कहते हैं कि कोई हमारा सम्मान नहीं कर रहा है । इसका कारण यह है कि हम अपना सम्मान खुद नहीं कर रहे है, जब हमें अपना सम्मान करने आ जाएगा तो लोग हमारा सम्मान करने लगेंगे। हमें अपने को सम्मान देना होगा उसके लिए योग करना अत्यंत आवश्यक है। लोग जब अपने शरीर से प्रेम नहीं करते हैं तो वह संसार से कैसे प्रेम कर सकते हैं? हमें अपने शरीर से प्रेम करना होगा इसके लिए ध्यान और योग करना ही होगा।इसके बाद उन्होंने सूर्य नमस्कार, कपालभाति, प्राणायाम का अभ्यास कराया। इसके बाद कटिचक्रासन हंस्तपादासन, बंधकोणासन का अभ्यास कराया। इसके बाद विश्वविद्यालय के स्वास्थ्य केंद्र में प्रभारी डॉ पुनीत कुमार सिंह, जिला अस्पताल और प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा केंद्र के चिकित्सकों ने ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण किया। इसमें 60 लोगों का ब्लड शुगर और 50 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। इस अवसर पर कुलपति प्रो निर्मला एस मौर्य भी स्वास्थ्य केंद्र पर गयीं। उन्होंने ग्रामीणों का बढ़ाया हौसला। योग शिविर के समन्वयक प्रो.अजय द्विवेदी ने कुलपति को बुके भेंट कर स्वागत किया। कुलपति और उनके निजी सचिव डॉक्टर लक्ष्मी प्रसाद मौर्य ने भी स्वास्थ्य परीक्षण कराया। प्रो अजय द्विवेदी, परीक्षा नियंत्रक वीएन सिंह, एनएसएस समन्वयक डॉ राजबहादुर यादव, डॉ मनोज कुमार पाण्डेय, , डॉ विवेक पाण्डेय, डॉ पुनीत सिंह, डॉ विनय वर्मा, मदन मोहन भट्ट आदि ने प्रतिभाग किया।