इमरान खान पर फिर लटकी गिरफ्तारी की तलवार? बहन और जीजा भी फंसे

लाहौर। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को 5,000 कनाल (625 एकड़) भूमि फर्जी तरीके से औने-पौने दाम पर खरीदने से जुड़े एक मामले में भ्रष्टाचार रोधी संस्था (एसीई) के समक्ष पेश होने को कहा गया है। एसीई के प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के लैय्या जिले में भ्रष्टाचार के एक मामले में इमरान खान, उनकी बहन उज्मा खान और उनके पति अहद मजीद को समन जारी किया गया है। एक अंग्रेजी अखबार की खबर के अनुसार पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के प्रमुख इमरान खान (70) को 19 जून को एसीई मुख्यालय में, जबकि उज्मा और उनके पति को एसीई महानिदेशक के समक्ष उपस्थित होने के लिए कहा गया है। प्रवक्ता ने दावा किया कि एसीई के पास, लैय्या भ्रष्टाचार मामले में इमरान खान की संलिप्तता के स्पष्ट साक्ष्य हैं। उन्होंने कहा कि बानी गाला के राजस्व अधिकारियों पर अवैध भूमि हस्तांतरित करने के लिए दबाव डाला गया। इस्लामाबाद में इसी स्थान पर इमरान खान का आवास है। उज्मा पर जिले में 5,261 कनाल भूमि खरीद में कथित फर्जीवाड़ा करने का आरोप है। इस भूमि का बाजार मूल्य करीब छह अरब डॉलर है, जबकि यह महज 13 करोड़ पाकिस्तानी रुपए में खरीदी गई।एसीई ने कहा कि प्राथमिकी दंपती के खिलाफ दर्ज की गई है। प्रवक्ता के मुताबिकि भूमि फर्जी तरीके से 2021-22 में खरीदी गई और उज्मा और मजीद ने अपने नाम पर भूमि का फर्जी हस्तांतरण किया। यह भूमि उस वक्त खरीदी गई, जब एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने ग्रेटर थाल कनाल परियोजना के लिए वित्तीय सहायता की घोषणा की थी। उज्मा को परियोजना के बारे में पहले से जानकारी थी और दंपती ने भूस्वामी को अपनी जमीन उन्हें बेचने के लिए मजबूर किया। भूस्वामियों ने उनकी भूमि जबरन खरीदने के लिए उज्मा और अन्य के खिलाफ शिकायतें दायर की थीं।