नयी दिल्ली। चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के गुरुवार को गुजरात तट की ओर बढ़ने के बीच सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र के कुछ हिस्सों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हुई।भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के सूत्रों के मुताबिक चक्रवात बिपरजॉय के गुजरात तट से टकराने की शुरुआत आज शाम पांच बजे जखाऊ बंदरगाह नजदीक शुरू होगी और तूफान 115-125 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से सक्रिय रहेगा। बाद में इसकी गति 140 किलोमीटर प्रति घंटे तक बढ़ने के आसार हैं।मौसम विभाग ने सौराष्ट्र और कच्छ के तटों के लिए रेड अलर्ट भी जारी किया है। बिपरजॉय वर्तमान में जखाऊ बंदरगाह से 210 किमी पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम, देवभूमि द्वारका से 220 किमी पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम और नलिया से 230 किमी पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम में स्थित है।उन्होंने बताया कि अगले चार दिनों तक कच्छ और सौराष्ट्र में भारी बारिश के साथ पूरे गुजरात में बारिश होने का अनुमान जताया गया है। चक्रवाती तूफान का सबसे ज्यादा असर कच्छ, जामनगर और देवभूमि द्वारका जिलों में पड़ेगा। प्रशासन ने ऐहतियात के तौर पर तट के पास रहने वाले 74,000 से अधिक लोगों को स्थानांतरित कर दिया है और बचाव और राहत उपायों के लिए आपदा प्रबंधन इकाइयों को तैनात किया है।राष्ट्रीय आपदा माेचन बल (एनडीआरएफ) के महानिदेशक अतुल करवाल ने आज संवाददाता सम्मेलन में कहा कि गुजरात के विभिन्न हिस्सों में 30 एनडीआरएफ और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की टीमों को तैनात किया गया है। इनमें सबसे ज्यादा टीम कच्छ में है। इसके अलावा अन्य विस्तृत तैयारियां भी की गयी है।उन्होंने बताया कि गर्भवती महिलाओं की पहचान कर उन्हें अस्पतालों में भेज दिया गया है। जीवन और संपत्ति के नुकसान को कम करने के लिए प्रदेश भर में 15 और स्थानों पर रिजर्व एनडीआरएफ की टीमों को तैनात किया गया है।गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने चक्रवाती तूफान बिपरजॉय को लेकर सुबह गांधीनगर स्थित स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर में समीक्षा बैठक की। उन्होंने बताया कि ग्रिड बिजली आपूर्ति विफल होने की स्थिति में बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए 187 चक्रवात आश्रय स्थापित कर वहां बिजली जनरेटर स्थापित किये गये हैं।इस बीच रक्षा मंत्रालय ने कहा कि सेना, नौसेना, वायु सेना और भारतीय तटरक्षक सहित सभी सशस्त्र बलों ने गुजरात के स्थानीय लोगों को सहायता प्रदान करने के लिए आवश्यक तैयारी की है।रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता विंग कमांडर एन मनीष ने बताया कि सेना, नौसेना, वायु सेना और भारतीय तटरक्षक बल गुजरात में बिपरजॉय के मद्देनजर स्थानीय लोगों को सहायता प्रदान करने के लिए तैयार है।
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