कैसरगंज, बहराइच। विकासखंड कैसरगंज अंतर्गत लखनऊ-बहराइच राजमार्ग स्थित तहसील मुख्यालय से लगभग 8 किलोमीटर उत्तर पश्चिम की दूरी पर बसा बदरौली बाजार मे सारी सुविधाएं मुहैया हैं लेकिन कागजों पर सरकारी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं है। पूर्वजों के जमाने में यहां एक तहसील मुख्यालय भी था जो आज जर्जर अवस्था में आकर दारू का अड्डा बन चुका है। परंतु यह बदरौली धनग्रामसभा मे बदरौली बाजार के नाम से भी चर्चित है परंतु यह बाजार वर्षों से सरकारी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। जहां सैकड़ों की संख्या से लोग तहसील मुख्यालय को रोजाना आते जाते हैं परंतु कैसरगंज तहसील मुख्यालय मार्ग पर कोई सरकारी वाहन संचालित नहीं हो रहा है और ना ही सड़कों का जाल बिछा है। विगत कई वर्षों से स्थानीय लोगों के प्रयासों के बावजूद न तो किसी जनप्रतिनिधि ने कोई विकास का कार्य कराया और ना ही सरकारी दया दृष्टि इस बाजार पर हुई है। बदरौली बाजार जो की एक बड़ी बाजार है। जिससे बाजार की सफाई व्यवस्था का जिम्मा एक सफाई कर्मचारी के हवाले हैं। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि बाबूलाल ने बताया कि बदरौली ग्राम पंचायत में 43 मजरा है। जिसकी लगभग 13000 आबादी है। इस ग्राम पंचायत में 5 प्राथमिक विद्यालय, दो जूनियर विद्यालय और एक राजकीय विद्यालय तथा एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हैं। जिसके साफ सफाई का जिम्मा तैनात सफाई कर्मचारी रामकुमार द्वारा किया जा रहा है। अपने दायित्वों का निर्वहन करते मुख्य बाजार को साफ सुथरा रखने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ते हैं। प्रतिदिन सफाई का कार्य होता नजर आता है। यह ग्राम पंचायत 43 मजरों से घिरी हुई है। जिससे सफाई कर्मी अन्य मजरो में सफाई कार्य करते नजर आता हैं। बाजार के किनारे बने पुराने बांध की टूटी फूटी जगहों पर बड़े-बड़े गड्ढे भी बन गए हैं। जिससे मूल सड़क में आवागमन पूर्णता खतरों से भरा रहता है। जिला पंचायत सदस्य द्वारा लगाए गए सोडियम लाइट की देखरेख के अभाव में टूटी पड़ी है। बाजार की व्यवस्था के नाम पर मात्र एक स्वास्थ्य केंद्र संचालित है। अक्सर जो मरीजों के इलाज के लिए झोलाछाप डॉक्टर के पास जाना पड़ता हैं। मूलभूत सुविधाओं के लिए ग्रामीणों ने मांग की है।
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