नयी दिल्ली। देश में आर्थिक समृद्धि और जनसांख्यिकीय बदलाव होने के साथ-साथ गैर संचारी रोगों में वृद्धि को देखते हुए सरकार ने इनकी रोकथाम के लिए विशेष प्रयास कर रही है।केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में सचिव राजेश भूषण ने गुरुवार को ‘गैर अल्कोहल फैटी लीवर’ पर आयोजित एक वेबीनार को संबोधित करते हुए कहा कि जैसे-जैसे देश की आर्थिक और जनसांख्यिकीय परिदृश्य बदल रहा है, वैसे-वैसे गैर-संचारी रोगों में भी वृद्धि हुई है। गैर संचारी रोगों की रोकथाम में उन्होंने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और जिला अस्पतालों की बढ़ती भूमिका पर जोर दिया और कहा कि वे सीधे आम जनता के साथ काम करते हैं, इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि जीवन शैली में बदलाव के संबंध में उनके पास सही जानकारी हो।स्वास्थ्य सचिव ने प्राथमिक स्तर पर गैर संचारी रोगों से निपटने के लिए चिकित्सा अधिकारियों की क्षमता निर्माण की आवश्यकता पर जोर दिया।राष्ट्रीय वेबिनार में देश भर से 7,000 से अधिक चिकित्सा अधिकारियों ने भाग लिया।एनएएफएलडी के एक बढ़ती स्वास्थ्य चिंता के रूप में उभरने के मद्देनजर, गैर-संचारी रोगों की रोकथाम और नियंत्रण के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम के तहत आयोजित इस क्षमता निर्माण वेबिनार का प्राथमिक उद्देश्य ज्ञान के आदान-प्रदान और सहयोग को बढ़ावा देना व एनएएसएच (गैर-संचारी) के बारे में जागरूकता बढ़ाना था।
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