मुंबई। जेएसडब्ल्यू के चेयरमैन सज्जन जिंदल ने कहा कि भारतीय बाजार में अधिकांश समेकन पहले ही हो चुका है और बची हुई कंपनियां बहुत छोटी स्टील कंपनियां हैं जिनमें जेएसडब्ल्यू स्टील की कोई खास दिलचस्पी नहीं है। सज्जन जिंदल ने यह बात मोंटे कार्लो में एक टीवी चैनल से बातचीत में कही, जहां वे दुनियाभर और क्षेत्रों के 49 अन्य नेताओं के बीच भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। सज्जन जिंदल ने कहा कि जेएसडब्ल्यू स्टील कंपनी बड़े स्तर पर पीएसयू (पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग) के अधिग्रहण पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि अगर पीएसयू इस विनिवेश के लिए आता है तो यह एनएमडीसी स्टील लिमिटेड के लिए एक अच्छा मौका साबित हो सकता है। उन्होंने कहा कि इससे भारत और क्षमता का विस्तार करेगा और ज्यादातर अधिग्रहण के बजाए ब्राउनफील्ड और ग्रीनफील्ड विस्तार के माध्यम से होगा। उन्होंने कहा कि जेएसडब्ल्यू स्टील की छोटी कंपनियों में दिलचस्पी नहीं इसलिए हम इसके आगे के बारे में सोच रहे हैं क्योंकि भारतीय बाजार में अधिकांश छोटी-छोटी कंपनियां बड़ी कंपनियों में मिल गई हैं। बता दें कि जेएसडब्ल्यू स्टील लिमिटे ने 27 मई को वित्त वर्ष 2021-22 की चौथी तिमाही में समेकित मुनाफा में 23 प्रतिशत की गिरावट के साथ 3,234 करोड़ रुपए की गिरावट दर्ज की, जबकि एक साल पहले यह 4,198 करोड़ रुपए दर्ज की गई थी। क्रमिक आधार पर लाभ अक्टूबर-दिसंबर अवधि के दौरान अर्जित 4,357 करोड़ रुपए से 25.6 प्रतिशत कम है।
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