भारतीय सिनेमा के पायनियर बन चुके हैं सिद्धार्थ आनंद

सिद्धार्थ आनंद एक विजिनरी बॉलीवुड डायरेक्टर के रुप में जाने जाते हैं। अपने हर एक डायरेक्टोरियल प्रोजेक्ट्स से वह इंडियन सिनेमा के पायनियर बन चुके हैं। आनंद की ब्लॉकब्स्टर्स ने हिंदी सिनेमा को अनमोल रत्नों के रूप में ऐसी यादगार कहानियां दी हैं, जो हमेशा फैंस के जहन में रहती है। बचना ऐ हसीनो, अंजाना अंजानी और बैंग बैंग जैसी फिल्म्स ने थिएटर में ऑडियंस को ज़बरदस्त कहानियां और शानदार परफॉरमेंस देकर उनके पसंदीदा डायरेक्टर्स की श्रेणी में शामिल हो गए हैं। क्रिटिक्स और सिनेमाप्रेमी दोनों ही दर्शकों को एक शानदार सिनेमैटिक एक्सपीरियंस देने की आनंद की प्रतिभा से बहुत प्रभावित हैं। आनंद की फिल्मोग्राफी उनकी स्टोरीटेलिंग की कला और प्रतिभा का प्रतीक है। सिद्धार्थ की डायरेक्टोरियल डेब्यू फिल्म सलाम नमस्ते 2005 में रिलीज़ हुई थी, जिससे इंडस्ट्री में उनका कैरियर शुरू हुआ। फ़िल्म खासी हिट हुई थी और इसी फ़िल्म से सिद्धार्थ की बॉक्स-ऑफिस पर सुपरहिट फिल्मों का सिलसिला शुरू हुआ।