मुम्बई। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने अगले माह सात जून से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाले विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल के लिए भारतीय टीम को टिप्स दिये हैं। गावस्कर के अनुसार इंग्लैंड के हालात अलग होते हैं। वहां गेंद गिरने से पहले ही हवा में भी स्विंग करेगी। इसलिए उसे रुककर खेलना चाहिये। गावस्कर ने कहा कि इंग्लैंड के हालातों को देखते हुए जितना संभव हो बल्लेबाजों को उतना देर से शॉट खेलने की जरूरत है जिससे कि गेंद स्विंग हो गयी हो। उन्होंने साथ ही कहा कि बल्लेबाजों को शॉट खेलने के लिए गेंद तक पहुंचने की गलती करने से बचना होगा। साथ ही कहा कि शॉट खेलने के लिए गेंद तक पहुंचने की कोशिश नहीं करनी चाहिये पर अच्छी पिच पर खेलते हुए काफी लोग यही गलती करते हैं।उन्होंने गेंदबाजों को फुल लेंथ की गेंद फेंकने की भी सलाह दी है जिससे कि ड्यूक गेंद को स्विंग होने का अवसर मिल सके। गावस्कर ने कहा, ‘गेंदबाजी इकाई के रूप में आपको नई गेंद से फुल लेंथ की गेंदबाजी करनी होगी जिससे कि गेंद को हवा और पिच से मूवमेंट मिले।’ गावस्कर ने इंग्लैंड के हालातों में खेलते हुए भारत के सामने आने वाली चुनौतियों पर भी बात की।उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि इंग्लैंड के हालात चुनौतीपूर्ण होंगे क्योंकि सबसे पहले तो हमें तेज धूप में खेलने की आदत है। जब आप इंग्लैंड में खेलते हैं तो अधिकतर आप ऐसे हालात में खेलते हैं जब सूरज नहीं निकला होता, आसमान में बादल छाए होते है, मौसम ठंडा होता है।’ इस पूर्व क्रिकेटर ने कहा, ‘आपको पता है कि भारतीय, वेस्टइंडीज और श्रीलंका के खिलाड़ियों को इस तरह के हालात में खेलने की आदत नहीं होती जिससे थोड़ी दिक्कत हो सकती है।’उन्होंने कहा ‘इस तरह के हालात में पिच पर टप्पा खाने के बाद ही नहीं बल्कि हवा में भी गेंद स्विंग होती है जो भारत में नहीं होता। आपको हवा में स्विंग होती गेंद से तालमेल बैठाने में कुछ समय लग सकता है।’ इसलिए विदेशी दौरे में हमेशा अभ्यास मैच खेलने चाहिये जिससे आपको वास्तविक हालातों का अंदाजा होता है।
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