बांदा। डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने एमआर की कारगुजारियों पर रोक लगाने के लिए उनकी दुखती रग पर हाथ क्या रखा, एमआर आग बबूला हो गए। उत्तर प्रदेश उत्तराखंड मेडिकल एंड सेल्स एसोसिएशन ने उप मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन कलेक्ट्रेट पहंुचकर प्रशासनिक अधिकारी को सौंपा। कहा कि सरकारी अस्पतालों में मेडिकल रिप्रजेंटेटिव दिखाई पड़ें तो उनकी गिरफ्तारी की जाए, संबंधी मामले को रद्द किया जाए।उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड मेडिकल एंड सेल्स एसोसिएशन की ओर से उप मुख्मयंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन कलेक्ट्रेट पहंुचकर प्रशासनिक अधिकारी को सौंपा गया। ज्ञापन में कहा गया कि उप मुख्मयंत्री बृजेश पाठक के इस बयान कि एमआर सरकारी अस्पतालों में नजर आएं तो उन्हें गिरफ्तार किया जाए, की निंदा की। कहा कि यह बहुत ही गलत बयान है। इस बयान का विरोध करते हुए सोमवार को मेडिकल एवं सेल्स रिप्रेजेंटेटिव यूनियन ने प्रदर्शन किया और उप मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कानून का हवाला देते हुए कहा कि कानून किसी भी स्थान पर जहां डाक्टर प्रैक्टिस करते हैं वहां अपने उत्पाद के प्रोमोशन करने के इजाजत देता है। इस दौरान तमाम मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव मौजूद रहे।
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