टाइटैनिक जहाज के मलबे से मेगालोडन शार्क के दांतों से बना एक हार खोजा गया

वॉशिंगटन। टाइटैनिक जहाज को डूबे एक सदी से भी अधिक समय बीत चुका है। लेकिन अभी भी लोग जहाज के मलबे से बरामद होने वाली कलाकृतियों पर अचंभित हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, लग्जरी जहाज डूबने के 111 साल बाद टाइटैनिक के मलबे से मेगालोडन शार्क के दांतों से बना एक हार खोजा गया है। कंपनी मैगेलन ने दो पनडुब्बियों की मदद से बर्बाद हो चुके यात्री जहाज का पहला फुल-साइज डिजिटल स्कैन तैयार किया है।डीप-सी मैपिंग फर्म ने एक प्रागैतिहासिक शार्क, मेगालोडन के दांतों के साथ सोने के आभूषणों की तस्वीरें कैद की हैं। मलबे की साइट के आकार को ध्यान में रखते हुए, मैगेलन के सीईओ रिचर्ड पार्किंसन ने इस खोज को आश्चर्यजनक, सुंदर और रोमांचक करार दिया है। उन्होंने कहा, लोगों को नहीं पता है कि टाइटैनिक दो हिस्सों में है और अगले और पिछले हिस्से के बीच मलबा 4 स्क्वायर किमी में फैला हुआ है। यह प्रोजेक्ट इतिहास का सबसे बड़ा अंडरवाटर स्कैन बन गया है। इसमें पानी के नीचे की दुनिया का सटीक 3डी नक्शा तैयार करने के लिए हर एंगल से 7,00,000 तस्वीरें ली गईं। इन्हीं तस्वीरों में से एक तस्वीर में मेगालोडन दांत से बना एक हार दिखाई देता है। विलुप्त शार्क प्रजाति मेगालोडन इतिहास की सबसे बड़ी प्रजातियों में से एक है। अमेरिका और ब्रिटिश सरकार के बीच एक समझौता मलबे से कलाकृतियों को हटाने की अनुमति नहीं देता है, इसकारण टीम को हार को छूने की अनुमति नहीं थी।मैगेलन के अनुसार, नेकलेस के मालिक की पहचान करने के लिए चेहरे की पहचान के साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल होगा। कंपनी जहाज डूबने पर उसमें सवार 2200 यात्रियों के परिजनों से संपर्क करेगी। रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनी यात्रियों की फुटेज का भी विश्लेषण करेगी जब वे जहाज पर चढ़े थे, खासकर उनके चेहरों और उनके कपड़ों का। अप्रैल 1912 में एक आइसबर्ग से टकराने के बाद टाइटैनिक साउथेम्प्टन से न्यूयॉर्क तक की अपनी पहली यात्रा के दौरान ही डूब गया था जिसमें 1500 से अधिक यात्रियों की मौत हो गई थी।