सिद्धार्थनगर।सिद्धार्थनगर जिले में गुरुवार को निकाय चुनाव के लिए हुए मतदान के दौरान नेपाल बॉर्डर को सील नहीं किया गया था। सीमा खुली रहने के बावजूद बॉर्डर पर सन्नाटा पसरा रहा। इक्का-दुक्का आने-जाने वालों की जांच कर ही उन्हें प्रवेश दिया जा रहा था। सिद्धार्थनगर जिले के उत्तर में 68 किमी लंबी नेपाल सीमा है। खुली सीमा से लोगों की आवाजाही होती रहती है। पूर्व के चुनावों में सीमा सील कर दी जाती थी। दोनों मुल्कों के नागरिक मतदान प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही आ जा सकते थे लेकिन इस बार प्रशासन के निर्देश पर सीमा को सील नहीं किया गया था। अन्य दिनों की तरह मतदान के दिन गुरुवार को भी आवाजाही के लिए खेल रखा गया था। इंडो-नेपाल के बढ़नी बॉर्डर खुला रहने के बाद भी सन्नाटा पसरा रहा। इक्का-दुक्का लोग ही आ-जा रहे थे। उन्हें तलाशी के बाद सीमा के रखवाले आने दे रहे थे। नेपाल बॉर्डर से सटा प्रमुख कस्बा बढ़नी भी सन्नाटा में डूबा था। बढ़नी बाजार सीमा से सटा ऐसा बाजार है जहां से प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में नेपाली नागरिक अपनी जरूरत के सामानों की खरीदारी करते हैं। बाजार की दुकानें बंद थीं। सड़क पर सन्नाटा था। खुनुवा, अलीगढ़वा व ककरहवा सीमा पर भी सन्नाटा पसरा रहा। सुरक्षा के जवान पूरी तरह से मुस्तैद रहे। एसएसबी जवान गैरपरंपरागत मार्गों पर पेट्रोलिंग करते रहे जिससे शरारती तत्व सीमा में प्रवेश कर अमन के लिए खतरा न बन सकें।
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