मतगणना कर्मियों को दूसरे दिन भी दो पालियों में दिया प्रशिक्षण

फतेहपुर। नगरीय निकाय सामान्य निर्वाचन की मतगणना को सकुशल, निष्पक्ष, पारदर्शिता से सम्पन्न कराने हेतु सरदार वल्लभ भाई पटेल प्रेक्षागृह में बुधवार को रिटर्निंग आफिसर/सहायक रिटर्निंग आफिसर, गणना, पर्यवेक्षक, गणना सहायक पर्यवेक्षक, अतिरिक्त गणना सहायकों को दूसरे दिन भी दो पालियों मं प्रशिक्षण दिया गया। जिला प्रशिक्षण अधिकारी कमल किशोर कमल ने प्रशिक्षण में बताया कि मतपत्र की 50-50 की गड्डियां बनायी जाएंगी। मतपेटी को खाली करके एजंटों को दिखाना होगा। निष्पक्ष रूप से मतगणना कराना होगा। एक गणना मेज पर पांच कर्मचारी एक गणना पर्यवेक्षक, तीन गणना सहायक, एक अतिरिक्त गणना सहायक होंगे। मतपेटिका को गणना मेज पर उपलब्ध कराने के बाद गणना पर्यवेक्षक पहले उसकी जांच करेंगे उसके बाद खोलकर सभी मतपत्रों को गणना मेज पर निकालेंगे और मतगणना अभिकर्ताओं को यह देख लेने का अवसर दिया जाएगा कि मतपेटिका में कोई मतपत्र तो नहीं है। सावधानी रखी जायेगी कि मतपत्रों को मतपेटिका से बाहर निकालते समय कोई मतपत्र इधर-उधर न होने पाए। मतपेटी में सदस्य/अध्यक्ष नगर पालिका परिषद/नगर पंचायत के मतपत्र के अलग अलग रंग होंगे। जिन्हें छांटकर अलग अलग 50-50 की गड्डियां बना ली जाएगी। यदि 50 से मतपत्र कम है तो उसकी भी गड्डियां बनायी जाए और उसमें संख्या लिख दी जाए। सदस्य/अध्यक्ष पदों के मतपत्रों की गणना साथ-साथ दो टेबलों के माध्यम से मतगणना मतदान स्थलवार की जाएगी। जिस मतदान स्थल की मतगणना प्रारंभ की जाएगी। उस मतदान स्थल के सदस्य/अध्यक्ष के मतपत्रों की गणना पूर्ण करने के उपरांत ही दूसरे मतदान स्थल की मतपेटिका खोली जाय और गणना की जाये। संदिग्ध मतपत्रों के बंडल और गणना पर्ची के साथ विभिन्न उम्मीदवारो के वैध तथा अवैध मतपत्रों के बंडलों को रिटर्निंग/सहायक रिटर्निंग अधिकारी को देंगे और वैध और संदिग्ध मतपत्रों की जांच कर अंतिम आदेश पारित करेंगे। जहाँ आवश्यकता होगी गणना पर्ची से संसोधन करते हुए अपने हस्ताक्षर करेंगे। प्रशिक्षण के दौरान बताया गया कि मतों को अस्वीकृत किये जाने के कई आधार हैं। इस अवसर पर परियोजना निदेशक डीआरडीए राजेश कुमार सहित संबंधित उपस्थित रहे।