ज्ञानपुर, भदोही। नगर के बाबा हरिहरनाथ मंदिर के पास परशुराम चौतरे पर भगवान परशुराम की प्रतिमा को फूल मालाओं से सजाया गया। उसके बाद भगवान परशुराम की आरती की गई।नगर के श्यामा प्रसाद मुखर्जी पार्क में अक्षय तृतीया पर भगवान परशुराम की जयंती धूमधाम से मनाई गई। जहां भगवान परशुराम की प्रतिमा को फूल मालाओं से सजाया गया।इस मौके मुख्य अतिथि मा0 राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार उ0प्र0 दयाशंकर मिश्र “दयालु” द्वारा भगवान परशुराम के चित्र पर माल्यार्पण के बाद दीप प्रज्ज्वलित कर आरती-पूजन कार्यक्रम सम्पन्न किया गया। इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष अनिरुद्ध त्रिपाठी, विधायक ज्ञानपुर विपुल दुबे, डाक्टर आनंद मिश्रा,ब्रम्हजीत शुक्ला,श्यामधर उपाध्याय (गोपाल), कल्लू तिवारी, रामेश्वर उपाध्याय, संजय पाठक एडवोकेट आदि सभी ने भगवान परशुराम के जयकारे लगाए। वहीं नगर में भगवान के दर्शन पूजन के दौरान लोगों में उत्साह नजर आया। परशुराम को भगवान विष्णु का छठा अवतार माना जाता है। भगवान परशुराम के जन्मदिन को ज्ञनपुर नगर में पहली बार धूमधाम से मनाया गया । हिंदू मान्यताओं के अनुसार यह जंयती वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जाती है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान परशुराम का जन्म प्रदोष काल में तृतीया तिथि में हुआ था। ऐसे में परशुराम जयंती का उत्सव प्रदोष काल में ही मन तृतीया तिथि में हुआ था। नगर के श्यामा प्रसाद मुखर्जी पार्क में परशुराम जन्मोत्सव का मुख्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। आयोजक अरूण कुमार संग जनपद भद़ोही के कोने कोने से आए ब्राह्मण समाज के लोगों ने भगवान परशुराम का जल, दही और दूध से अभिषेक किया। विधि-विधान से पूजा-अर्चना के साथ मंदिर में सुंदर कांड का पाठ किया गया। भक्तों ने मंदिर में साधू-संतों को मिष्ठान वितरित कर भोजन कराया। इस अवसर पर संतोष लहारिया, अर्पित मुदगल, कमल शर्मा, अनिल भारद्वाज, राजीव शर्मा सहित आदि लोग मौजूद थे। कार्यक्रम के दौरान भगवान परशुराम की महिला बताते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष अनिरुद्ध त्रिपाठी ने कहा भगवान परशुराम का जन्म 6 उच्च ग्रहों के योग में हुआ, इसलिए वह तेजस्वी, ओजस्वी और वर्चस्वी महापुरुष बने। भगवान परशुराम जी का जन्म अक्षय तृतीया पर हुआ था।
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