दायर वाद के सिलसिले में एटार्नी जनरल कार्यालय ने पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप से किए 7 घंटे तक सवाल-जवाब

न्यूयॉर्क। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से उनकी कंपनी के कारोबार से जुड़ी गतिविधियों को लेकर एक वाद के सिलसिले में बृहस्पतिवार को न्यूयॉर्क की अटार्नी जनरल के कार्यालय ने करीब 7 घंटे तक सवाल-जवाब किए। ट्रंप ने कारोबारी गतिविधियों को लेकर दायर वाद के सिलसिले में दूसरी बार गवाही दी है। रिपब्लिकन नेता ने अटार्नी जनरल लेतीतिया जेम्स के वकीलों से मुलाकात की। जेम्स ने पूर्व राष्ट्रपति के खिलाफ पिछले साल वाद दायर किया था। अटार्नी जनरल के वाद में दावा किया कि ट्रंप और उनके परिवार ने अपनी निवल संपत्ति (नेटवर्थ) और होटल एवं गोल्फ कोर्स जैसी संपत्ति के मूल्य के बारे में झूठी सूचना देकर बैंकों को गुमराह किया। यह वाद मैनहट्टन जिला अटार्नी द्वारा ट्रंप के खिलाफ दायर आपराधिक आरोपों से अलग है।ट्रंप के मैनहट्टन स्थित इमारत में प्रवेश करने के कुछ ही समय बाद उनकी वकील एलिना हब्बा ने कहा कि वह न केवल गवाही देना चाहते हैं, बल्कि वह इसके लिए उत्सुक भी हैं। इसी इमारत में जेम्स के कार्यालय स्थित हैं। गवाही पूरी होने के बाद ट्रंप के व्यवसायों के वकील क्रिस्टोफर केसे ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति ने करीब 7 घंटे अपनी व्यावसायिक सफलता के बारे में विस्तार से बताया। केसे ने कहा कि इस सफलता से जुड़े तथ्य जब सामने आएंगे तो स्पष्ट हो जाएगा कि कोई धोखाधड़ी नहीं हुई। वहीं जेम्स ने बुधवार को संवाददाता सम्मेलन में गवाही के बारे में पूछे गए एक प्रश्न का जवाब देने से इनकार कर दिया।ट्रंप ने बृहस्पतिवार सुबह सोशल मीडिया पर किए गए पोस्ट में वाद को अन्य मामलों की तरह चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश और हास्यास्पद बताया। इससे पहले के एक पोस्ट में पूर्व राष्ट्रपति ने कहा था कि वाद के बारे में एक अच्छी चीज यह है कि मैं यह दिखा सकूंगा कि मैंने कितनी बड़ी, लाभकारी और मूल्यवान कंपनी बनाई है। ट्रंप ने इससे पहले पिछले साल 10 अगस्त को जेम्स के वकीलों से मुलाकात की थी, लेकिन कुछ प्रक्रियागत सवालों को छोड़कर अन्य का जवाब देने से इनकार कर दिया था। जेम्स द्वारा दायर वाद की सुनवाई अक्टूबर में शुरू हो सकती है।