सिद्धार्थनगर। शुक्रवार को भी क्षेत्र में आग ने जमकर तबाही मचाई।अगलगी की घटना में बांसी कोतवाली क्षेत्र के पंडरुपुर पिपरा तथा बरडांण गाँव के दर्जन भर से अधिक किसानों का लगभग 50 बीघे में खड़ी गेहूं की फसल जलकर राख हो गई।पंडरुपुर के ग्रामीणों के अनुसार दिन में 12 बजे के आसपास फत्तेपुर गाँव के दक्षिण सीवान से उठी आग की लपटों ने तेज पछुआ हवाओं के प्रभाव से देखते ही देखते विकराल रुप धारण कर लिया। आग पर काबू पाने के लिए जब तक लोग कुछ तैयारी करते तबतक आग बरडांण के सीवान में पहुँच गई! लोगों को सोचने तक का मौका नहीं मिला। आग की लपलपाती जिह्वा ने बरडांण गाँव निवासी दिल बहार, श्यामलाल, इबरार, आबिद, अब्दुल रहमान, तजम्मुल आदि सहित ग्राम वासी जमील का लगभग 14 बीघे में खडी़ फसल को खाक कर दिया। डोंडवार भट्ट के प्रधान जितेन्द्र भट्ट ने बताया कि जमील की जो फसल जली है उसमें लगभग 11 बीघा सिहावल के प्रधान का है जिसे जमील ने बटाई पर लिया था। गनीमत यह रही कि उस सीवान में अधिकतर खेतों में कटाई हो चुकी थी। बेरोकटोक बढती आग ने पंडरुपुर पिपरा गाँव के सीवान को भी आगोश में ले लिया। घटना के काफी देर पहुंचे फायर ब्रिगेड ने भी मोर्चा सम्हाल लिया, परन्तु तेज हवा के कारण रौद्र रुप लिए अग्नि के सामने अग्निशमन के जवानों की भी एक न चली सबके देखते देखते आग ने पिपरा निवासी ललित तथा पंडरुपुर के प्रधान ओबैदुल्लाह व उनके सगे- सम्बंधी रशीद, नाटे, गुलाम हुसैन, किफायत, सलामुल्लाह आदि का भी तीन हेक्टेयर से अधिक फसल जलने का समाचार है। हलांकि काफी मशक्कत के बाद गाँव वालों व मौके पर पहुंचे दोनों फायर ब्रिगेड के सहयोग से गाँव को तो आग से बचा लिया गया। परन्तु आग की जद में आए फसलों को नहीं बचाया जा सका। समाचार भेजे जाने तक लोग यत्र- तत्र सुलग रहे आग को बुझाने के प्रयास में लगे रहे! ग्रामीणों द्वारा आग के रौद्र रुप को देखकर गैस के सिलेंडरों को गाँव के पोखरे में रख दिया गया था। आग पर नियंत्रण हो जाने पर लोग अपना- अपना सिलेंडर घर ले गए। प्रधान ओबैदुल्लाह ने बताया कि फायर ब्रिगेड की सहायता विलम्ब से प्राप्त हुई। वहीं पंडरुपुर के ग्रामीणों का कहना है कि गेहूं के सीजन में हर साल फत्तेपुर के सीवान से लगी आग पंडरुपुर गाँव के सीवान में तबाही मचाती है!उपजिलाधिकारी द्वारा मौके पर भेजे गए लेखपाल देशराज कुशवाहा तथा श्याम किशोर पाण्डेय नुकसान का आंकलन करने में जुटे थे। बीट अधिकारी सहित हल्का के उपनिरीक्षक दिनेश राजभर भी मौजूद रहे।
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