हैदराबाद।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति (भारस) और कांग्रेस की राजनीति पर शनिवार को करारा प्रहार करते हुए कहा कि ये परिवारवादी ताकतें व्यवस्था पर अपना नियंत्रण छोड़ना नहीं चाहतीं, क्योंकि इससे उनके भ्रष्टाचार की राजनीति अवरुद्ध हो जाएगी।श्री मोदी ने सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन पर तिरुपति के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखा कर रवाना करने के बाद परेड मैदान में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया और 11 हजार 300 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। इनमें 7865 करोड़ रुपए की छह राजमार्ग परियोजनाएं तथा बीबीनगर में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) निर्माण शामिल है। प्रधानमंत्री ने 720 करोड़ रुपये की सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन की पुनर्विकास की महत्वांकाक्षी परियोजना का शिलान्यास और हैदराबाद के उपनगरीय क्षेत्रों के लिए 13 नयी एमएमटीएस सेवाओं का शुभारंभ किया तथा सिकंदराबाद से महबूबनगर के बीच करीब 85.24 किलोमीटर लंबी लाइन के दोहरीकरण एवं विद्युतीकरण का लोकार्पण भी किया।इस मौके पर तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी भी उपस्थित थे।श्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि तेलंगाना-आंध्र प्रदेश को जोड़ने वाली एक और वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई गई है। यह आधुनिक ट्रेन अब भाग्यलक्ष्मी मंदिर के शहर को भगवान श्री वेंकटेश्वर धाम तिरुपति से जोड़ेगी। उन्होंने कहा, “आज मुझे तेलंगाना के विकास को और गति देने का पुन: सौभाग्य मिला है। आज यहां शुरू की गई वंदे भारत एक्सप्रेस आस्था, आधुनिकता, टेक्नोलॉजी और टूरिज़्म को कनेक्ट करने वाली है।”उन्होंने कहा कि तेलंगाना में, भारतीय जनता पार्टी की सरकार औद्योगिक और कृषि विकास दोनों के लिए तैयार है। कपड़ा क्षेत्र वह है जो किसानों और मजदूरों दोनों को सशक्त बनाता है। हमने देश भर में सात मेगा टेक्सटाइल पार्क स्थापित करने का फैसला किया है और इनमें से एक तेलंगाना में स्थापित किया जाएगा। यह न केवल रोजगार को बढ़ावा देगा बल्कि राज्य में समग्र विकास भी सुनिश्चित करेगा।प्रधानमंत्री ने कहा कि तेलंगाना और तेलंगाना के लोगों के विकास को लेकर जो सपना आपने देखा था उसको पूरा करना केंद्र की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सरकार अपना कर्तव्य समझती है। हम ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ के मॉडल को लेकर आगे बढ़ रहे हैं।उन्होंने कहा कि बीते नौ वर्षों के दौरान हैदराबाद में करीब 70 किलोमीटर का मेट्रो नेटवर्क बनाया गया है। हैदराबाद के मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट सिस्टम (एमएमटीएस) प्रोजेक्ट पर भी तेजी से काम हुआ है। एमएमटीएस का तेजी से विस्तार हो इसके लिए इस वर्ष के केंद्रीय बजट में तेलंगाना के लिए 600 करोड़ रुपये रखे गए हैं।उन्होंने कहा कि रेलवे के साथ-साथ तेलंगाना में राजमार्गों का नेटवर्क भी तेजी से विकसित किया जा रहा है। केंद्र सरकार के निरंतर प्रयास की वजह से आज तेलंगाना में राष्ट्रीय राजमार्ग की लंबाई दोगुनी हो चुकी है। साल 2014 में यहां करीब 2500 किलोमीटर लंबा राष्ट्रीय राजमार्ग था जो आज बढ़ कर 5,000 किलोमीटर पहुंच गया है। इस समय भी तेलंगाना के विकास के लिए 60 हजार करोड़ रुपये की सड़क परियोजनाओं पर काम चल रहा है जिसमें ‘गेम चेंजर’ हैदराबाद रिंग रोड भी शामिल है।उन्होंने कहा, “लेकिन मैं निराश हो जाता हूं जब केंद्र सरकार द्वारा विकास और कल्याणकारी उपाय राज्य सरकारों द्वारा उत्पन्न बाधाओं के कारण अच्छी तरह से फलीभूत नहीं होते हैं। तेलंगाना में ऐसा होता रहा है।”प्रधानमंत्री ने कहा, मैं तेलंगाना सरकार से आग्रह करता हूं कि वह ऐसा न करें और अपने विकास के उपायों को तेज करे..ताकि राज्य के लोगों को पीड़ित न बनाया जा सके..ताकि समृद्धि से वंचित न रहे। तेलंगाना को एम्स देने का सौभाग्य भी हमारी सरकार को ही मिला है।”उन्होंने कहा, “हालांकि केंद्र सरकार की इन कोशिशों के बीच मुझे एक बात की बहुत पीड़ा है… बहुत दुःख, बहुत दर्द होता है। केंद्र के ज्यादातर परियोजनाओं में राज्य सरकार से सहयोग ना मिलने के कारण हर परियोजना में देरी हो रही है और इस से नुकसान आप लोगों का हो रहा है। मेरा राज्य सरकार से आग्रह है कि वो विकास से जुड़े किसी कार्य में कोई बाधा ना आने दे।”श्री मोदी ने कहा कि आज के नए भारत में देशवासियों की आशाओं को पूरा करना हमारी प्राथमिकता है लेकिन कुछ मुट्ठी भर लोग विकास के इन कार्यों से बहुत बौखलाए हुए हैं। ऐसे लोग जो परिवारवाद, भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार को पोषित करते रहे उन्हें ईमानदारी से काम करने वालों से परेशानी हो रही है।उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को देश के हित और समाज के भले से कोई लेना देना नहीं है, ऐसे लोग केवल अपने कुनबे को फलता-फूलता देखना पसंद करते हैं। तेलंगाना को ऐसे लोगों से बहुत सतर्क रहना है। उन्होंने कहा, “हमने देशभर में डिजिटल पेमेंट की व्यवस्था बढ़ाई है लेकिन ऐसा पहले क्यों नहीं हुआ? इसलिए नहीं हुआ क्योंकि परिवारवादी ताकतें व्यवस्था पर… सिस्टम पर अपना कंट्रोल छोड़ना नहीं चाहती थीं। किस लाभार्थी को क्या लाभ मिले, कितना मिले, ये नियंत्रण ये परिवारवादी अपने पास ही रखना चाहते थे। इससे इनके तीन मतलब सिद्ध होते थे। एक- इनके ही परिवार की जय जयकार होती रहे। दो – भ्रष्टाचार का पैसा इनके परिवार के पास ही आता रहे तथा तीसरा- जो पैसे गरीब के लिए भेजे जाते हैं, वे इनके भ्रष्ट इको-सिस्टम में बांटने के काम आ जाए। लेकिन आज मोदी ने भ्रष्टाचार की जड़ पर ही प्रहार कर दिया है।”
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