बीजिंग। चीन और ताइवान के बीच एक बार फिर टकराव हो सकता है, क्योंकि ताइवान सीमाओं के आसपास फिर से चीन के लड़ाकू विमान मंडराने लगे हैं। ड्रैगन ने शनिवार से ताइवान के आसपास तीन दिनों का सैन्य अभ्यास शुरू कर दिया है। पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के ईस्टर्न थिएटर कमांड ने घोषणा कर कहा है कि चीन यह केवल अभ्यास के तौर पर ही कर रहा है। हालांकि, ड्रैगन का यह फैसला ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग-वेन की अमेरिका यात्रा से लौटने के एक दिन बाद आया है और इस फैसले को चीन के गुस्से के रूप में देखा जा रहा है। चीन ने सैन्य अभ्यास शुरू करने के साथ कहा कि यह ताइवान के अलगाववादियों और उनके साथ मिली बाहरी ताकतों के खिलाफ गंभीर चेतावनी है। वहीं चीन के तकरीबन 40 लड़ाकू विमान ताइवान सीमा में घुस भी चुके हैं। चीन के सैन्य अभ्यास पर ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि वह शांति और तर्कसंगत रूप से इसका जवाब देगा। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि हम गंभीर रवैया अपनाते हुए बढ़ते संघर्ष को और हवा नहीं देना चाहते हैं। ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने शनिवार सुबह यह भी कहा कि पिछले 24 घंटों में उसने ताइवान के वायु रक्षा क्षेत्र में चीनी विमानों को देखा है। ताइवान के चारों ओर 13 चीनी विमानों और तीन युद्धपोतों का पता लगा है।चीन इस सैन्य अभ्यास में अपने लड़ाकू विमानों को ताइवान के जल क्षेत्रों के आसपास और ताइवान के उत्तर, दक्षिण और पूर्व में योजना के अनुसार अभ्यास करेगा। चीन इस अभ्यास के तहत एक बार फिर ताइवान को अपनी सैन्य ताकत दिखाने के साथ और युद्ध की चेतावनी देना चाहता है। ताइवान की राष्ट्रपति साई ने बुधवार को लॉस एंजेलिस में अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष केविन मैक्कार्थी से मुलाकात की थी, जिससे चीन नाराज हो गया है। दरअसल, चीन ताइवान को अपना क्षेत्र मानता है और वह किसी की दखलअंदाजी नहीं चाहता है।
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