लंदन। इंग्लैंड की टेस्ट क्रिकेट टीम के कप्तान जो रूट ने कहा है कि अब रोटेशन नीति को समाप्त कर देना चाहिये। रुट ने कहा कि तभी हम भारतीय टीम के साथ मुकाबले में एक मजबूत टीम उतार सकते हैं। इतना ही नहीं इसके बाद होने वाली एशेज सीरीज को देखते हुए भी रोटेशन नीति को हटाने की जरुरत है। इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने खिलाड़ियों को क्रम से आराम देने के लिए यह नीति बनायी थी पर कई दिग्गज खिलाड़ियों ने इसकी आलोचन की है। इन खिलाड़ियों का कहना है कि इस नीति के कारण सर्वश्रेष्ठ टीम उतारना संभव नहीं होता क्योंकि किसी न किसी प्रमुख खिलाड़ी को आराम देना होता है। रुट ने कहा कि रोटेशन नीति के कारण ही इस साल की शुरुआत में वे अपनी सबसे मजबूत टीम के साथ भारत दौरे पर नहीं गए थे और श्रृंखला में उन्हें 1-3 से हार का सामना करना पड़ा था।विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के नए चक्र की शुरुआत भारत और इंग्लैंड के बीच नॉटिंघम में चार अगस्त से शुरू हो रही पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला के साथ होगी। इसी को देखते हए मेजबान टीम के कप्तान ने कहा कि हम ऐसे समय में आ गए हैं जहां आराम और रोटेशन की नीति को पीछे छोड़ना होगा। उम्मीद करते हैं कि अगर सभी फिट हुए तो हम अपनी सर्वश्रेष्ठ उपलब्ध टीम उतारेंगे। यह काफी रोमांचक होगा और मैं इसे लेकर उत्सुक हूं।जॉनी बेयरस्टो और मार्क वुड भारत के खिलाफ पहले दो टेस्ट में नहीं खेले थे लेकिन चौथे टेस्ट में उतरे थे। टीम के पहली पसंद के विकेटकीपर जोस बटलर श्रृंखला के पहले मुकाबले के बाद स्वदेश लौट गए थे। रूट ने उम्मीद जताई कि इस बार ऐसा नहीं होगा। उन्होंने कहा कि हमें दो शानदार प्रतिद्वंद्वियों (भारत और ऑस्ट्रेलिया ) के खिलाफ 10 बेहद कड़े टेस्ट खेलने हैं लेकिन यह हमारे पास दमदार क्रिकेट खेलने का अच्छा मौका है और अगर सभी फिट और उपलब्ध हुए तो हमारे पास अच्छी टीम होगी।रूट ने कहा कि भारत के खिलाफ कड़ी श्रृंखला से हमें एशेज की तैयारियों में लाभ होगा। रोटेशन नीति का समाप्त होना इसलिए जरूरी है कि सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी उपलब्ध रहें। मैं चाहता हूं कि अगले पांच टेस्ट के दौरान हम अपनी सबसे मजबूत टीम को खिलाने का प्रयास करें या इन मैचों के लिए हमारी सबसे मजबूत टीम उपलब्ध हो। ऐसा हम आगामी श्रृंखलाओं विशेषकर एशेज की तैयारी के लिए करेंगे। साथ ही तय करेंगे कि इन बड़े मैचों के दौरान सभी अपनी फॉर्म के शीर्ष पर हों।