कृर्षि चमड़ा आदिवासी उद्योग पर ध्यान देने की जरूरत: गडकरी

नयी दिल्ली|केंद्रीय सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्योग एमएसएमई मंत्री नितिन गडकरी ने आत्मनिर्भर भारत के लिए चौतरफा प्रयासों पर जोर देते हुए कहा है कि कृषि खाद्य प्रसंस्करण चमड़ा और आदिवासी उद्योग पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए।
श्री गडकरी ने सोमवार को अंतर्राष्ट्रीय एमएसएमई दिवस के अवसर पर अर्थव्यवस्था के विकास इंजन के रूप में भारतीय एमएसएमई पर एक ऑनलाइन सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि आत्मनिर्भर भारत बनाने की यात्रा में कृषि खाद्य प्रसंस्करण उद्योग चमड़ा और आदिवासी उद्योगों पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। उद्योगों के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग करने का आग्रह करते हुए उन्होंने कहा कि अनुसंधान नवाचार और गुणवत्ता में सुधार औद्योगिक विकास में एक प्रमुख भूमिका निभा सकते हैं।श्री गडकरी ने जोर देकर कहा है कि आत्मनिर्भर भारत के हिस्से के रूप में शुरू की गई विभिन्न पहलों के कार्यान्वयन के लिए चौतरफा प्रयासों की आवश्यकता है। इस अवसर पर उन्होंने दूर.दराज के क्षेत्रों में एमएसएमई के बीच विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभ की पहुंच बढ़ाने के लिए सामान्य सेवा केंद्र ;सीएससीद्ध पोर्टल के साथ उद्यम पंजीकरण पोर्टल की एकीकृत सेवाओं का शुभारंभ किया ।
इस मौके पर मौजूद एमएसएमई राज्य मंत्रीए प्रताप चंद्र सारंगी ने कहा कि विनिर्माण प्रतिस्पर्धा बढ़ाने और एमएसएमई की वास्तविक क्षमता को उजागर करने के लिए विभिन्न योजनाओं और पहलों के माध्यम से समर्थन किया जा रहा है। उन्होंने आयात प्रतिस्थापन के महत्व पर भी जोर दिया और एमईएमई को डिजिटल उपकरणों और तकनीकों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया ताकि नए मॉडल का पुनर्निर्माण किया जा सके।