परमात्मा के जुड़ाव से बदल जाती है सोच: सुदीक्षा

जौनपुर। संत निरंकारी मिशन के स्थानीय मीडिया सहायक उदय नारायण जायसवाल ने प्रयागराज के परेड मैदान में 44वें निरंकारी प्रांतीय संत समागम में सतगुरु माता सुदीक्षा महाराज के पावन संदेशों को बताते हुए कहा कि “युगों-युगों से छाया अज्ञानता का अन्धेरा ब्रह्मज्ञान के उजाले से दूर किया जा सकता है।” जिस प्रकार माचिस की एक तीली जलाने मात्र से घर में फैला वर्षों का अंधकार क्षण भर में दूर किया जा सकता है, ठीक उसी प्रकार वैर, विरोध, इर्षा, अंहकार रूपी अज्ञानता के अंधेरे में जी रहा मानव अपने मूल परमात्मा से जुड़कर मुक्ति प्राप्त कर सकता है। सतगुरु माता ने कहा कि जिस प्रकार मोबाइल सहित सभी संचार माध्यमों को हम नफरत, वैर-विरोध व नकारात्मक भावनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए प्रयोग करते हैं, अपितु वही संचार माध्यम परस्पर प्यार सहिणशता, सहनशीलता एवं सहयोग की भावनाओं को विस्तृत करने के लिए सहायक हो सकते हैं। परमात्मा के निरंतर जुड़ाव से हमारी सोच बदल जाती है। जिंदगी में रूहानियत के आते ही हमारी इंसानी सोच हमारे जीवन को सार्थक बना देती है। हमारे मन में करूंणा, दया एवं सहनशीलता जैसी दैवी भावनाओं का उदय हो जाता हैं। फिर अनुकूल या प्रतिकूल परिस्थितियां हमारी मनोस्थिति को प्रभावित नहीं करती और शिकवा-शिकायत के भाव शुकराने में परिवर्तित हो जाते हैं। समागम की थीम रूहानियत- इंसानियत संग- संग पर आधारित गीत, एकांकी, भजन, विचारों, कविताओं को वक्ताओं द्वारा विविध भाषाओं में व्यक्त किया गया। इसमें जौनपुर जोन की भी 5 प्रस्तुतियां रही। जौनपुर के निरंकारी सेवा दल के सदस्यों ने भी सत्संग पंडाल, बैरिकेटिंग, जनरल स्टोर, सेवा दल रैली, सामूहिक शादियां इत्यादि सेवाओं में भरपूर योगदान दिया। जौनपुर जोन के जोनल इंचार्ज मानिक चंद तिवारी ने समागम में भागीदारी करने वाले सभी सेवादल सदस्यो व भक्तों को बधाई दी।