बांदा। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले बिजली कर्मचारियों का धरना शनिवार को भी जारी रहा। जनपद के सभी इकाइयों के बिजली कर्मचारी धरने में शामिल होकर अपने हक की लड़ाई लड़ रहे हैं। ऊर्जा प्रबंधन और सरकार की उदासीनता को लेकर कर्मचारियों के अंदर रोष व्याप्त है। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के आवाहन पर शनिवार को भी बिजली कर्मचारियों ने धरना दिया। इसमें सभी इकाइयों वितरण, ट्रांसमिशन परीक्षण कार्यशाला के समस्त अभियंता, अवर अभियंता, कार्यालय सहायक, तकनीशियन संविदा कर्मचारी महिला संवर्ग लगभग 600 कर्मचारी मुख्य अभियंता कार्यालय चिल्ला रोड पर अपनी न्यायोचित मांगों को लेकर लोकतांत्रिक व नैतिक तरीके से धरना देकर अपने हक की लड़ाई में शामिल रहे। आंदोलन में ऊर्जा प्रबंधन एवं सरकार की उदासीनता को लेकर कर्मचारियों के अंदर रोष व्याप्त है। संघ के संयोजक पीयूष द्विवेदी ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि आंदोलन में अग्रणी भूमिका निभाते हुए कर्मचारियों को न्याय दिलाएं, जिससे बिजली कर्मचारी पूरे मनायेाग से अपना कार्य कर सकें। इं. आशीष कुमार ने कहा कि निजीकरण एवं पुरानी पेंशन बहाली की लड़ाई में बैंक कर्मी, शिक्षक एवं अन्य राज्य कर्मचारी संगठन के घटक दलों ने भी समर्थन दिया है। कांता प्रसाद अवर अभियंता ने कहा कि पावर कारपोरेशन में कार्यरत आउट सोर्सिंग संविदा कर्मियों के वेतन वृद्धि आज की महती आवश्यकता है। शनिवार को आंदोलन में अनिल कुमार पाठक, देवव्रत आर्या, रसूल अहमद, वैभव शुक्ला, रवीकांत, अमित कुमार, मोहम्मद सिद्दीक, अतुल कुमार, राजेश श्रीवास, अनुदेश कटियार, राहुल सिंह, अल्ताफ हुसैन, अमित निषाद, संतोष रैकवार, अजय धुरिया, राखी, सरिता, गुड्डो, ऊषा, एकता, आनंद पाल, विनय प्रजापति, अमरेश पाल, लखन पटेल, अनिल यादव, मनोज गुप्ता, यदुवंश बहादुर, सुनील पांडेय, अरुण कुमार, चंदन कुमार, कमाल अहमद, नीरज खरे, अशोक, अशोक दीक्षित, आलोक मिश्र, लालमन, रवींद्र, पुष्पक गोवंिद, सेराज खान, लालमन, राकेश श्रीवास, आलोक शर्मा, सुनील सिंह, नागेंद्र पटेल, राजेश कुमार आदि बिजली कर्मचारी मौजूद रहे।
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