देवरिया।मुख्य विकास अधिकारी रवींद्र कुमार द्वारा जल जीवन मिशन के योजनाओं की गूगल के माध्यम से समीक्षा की गयी, जिसमें अधिशासी अभियन्ता जल निगम (ग्रामीण) द्वारा अवगत कराया गया कि मे० एल०सी० इन्फ्रा प्रा०लि० 273 नग परियोजनाओं का कार्य प्रारम्भ करा दिया है, जिसमें पम्प हाऊस 160 नग, शिरोपरि जलाशय 180 नग का कार्य प्रगति पर है, 1370.00 कि०मी० पाइप लाइन ग्राम पंचायतों में डाल दी गयी है व FHTC 73985 नग कनेक्शन कर दिये गये हैं. मे० गायत्री प्रोजेक्ट लि० द्वारा 196 नग परियोजना का कार्य प्रारम्भ कराया गया है, जिसमें पम्प हाऊस 107 नग, शिरोपरि जलाशय 74 नग का कार्य प्रगति पर है, 1156.00 कि०मी० पाइप लाइन ग्राम पंचायतों में डाल दी गयी है व FHTC 56900 नग कनेक्शन कर दिये गये हैं एवं मे0 रित्विक कोया द्वारा निर्धारित लक्ष्य 248 ग्राम पंचायत के सापेक्ष मात्र 190 डी०पी०आर० बनाये गये है, जिसके अन्तर्गत तैयार कवर एग्रीमेन्ट के सापेक्ष 22 नग परियोजनाओं का कार्य प्रारम्भ करा दिया गया है, जिसमें 42.50 कि०मी० पाइप लाइन ग्राम पंचायतों में डाल दी गयी है व FHTC 867 नग कनेक्शन कर दिये गये हैं। अधोहस्ताक्षरी द्वारा तीनों फर्मों को निर्देशित किया गया कि समस्त SLSSC से स्वीकृत DPR का Cover Agreement करायें एवं जितनी योजनाओं के Cover Agreement पूर्ण हो चुके हैं उन समस्त योजनाओं पर समयान्तर्गत कार्य कराना सुनिश्चित करें। मे० रित्विक – कोया को वर्तमान तक 06 भूमि उपलब्ध न होने पर फर्म के प्रोजेक्ट मैनेजर मे० रित्विक – कोया को डिस्ट्रिक कोआर्डिनेटर DPMU के साथ उप जिलाधिकारियों से सम्पर्क स्थापित करते हुए भूमि की उपलब्धता बढ़ाने हेतु निर्देशित किया गया एवं उपलब्ध भूमि की DPR एक सप्ताह के अन्दर तैयार कराकर DWSM कराने के निर्देश दिये गये। मुख्य विकास अधिकारी द्वारा तीनों फर्मों के निर्माण कार्य की प्रगति धीमी होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कार्य में कार्य में और तेजी लाने हेतु निर्देशित किया गया। मे० एली०सी० इन्फ्रा प्रा०लि० को आंवटित 383 ग्राम पंचायतों में से 302 के तैयार कवर एग्रीमेन्ट के सापेक्ष मात्र 273 पर ही कार्य प्रारम्भ किये गये है, जिसके अन्तर्गत 273 तैयार नलकूप के सापेक्ष मात्र 160 पम्पहाऊस का कार्य प्रगति पर है, योजनान्तर्गत प्रस्तावित 288 शिरोपरि जलाशय के सापेक्ष मात्र 180 शिरोपरि जलाशय का कार्य प्रगति पर है एवं मे० गायत्री प्रोजेक्ट लि० को आवंटित 217 ग्राम पंचायतों के तैयार कवर एग्रीमेन्टस में से मात्र 196 पर ही कार्य प्रारम्भ किये गये है, जिसमें 196 तैयार नलकूप के सापेक्ष मात्र 107 पम्प हाऊस का कार्य प्रगति पर है, 217 शिरोपरि जलाशय के सापेक्ष मात्र 74 पर ही कार्य प्रारम्भ करने पर मुख्य विकास अधिकारी द्वारा नाराजगी व्यक्त की गयी तथा अधिशासी अभियन्ता, जल निगम (ग्रामीण) को कठोर कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया। मे० एल०सी० एव० मे० गायत्री लि० को क्रमशः को 5.00 कि०मी० पाइप लाइन बिछाने एवं 5000 नग FHTC प्रतिदिन करना अनिवार्य है।मे0 रित्विक कोया द्वारा अत्यन्त धीमी गति से कराये जा रहे कार्यों पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कार्यों की प्रगति बढ़ाते हुए युद्ध स्तर पर कार्य कराने के निर्देश दिये गये। कार्य स्थल पर पाइप लाइन बिछाने के दौरान समयान्तर्गत रोड कटिंग के पुर्नस्थापन का कार्य नहीं किये जाने एवं रोड की ट्रेंच को समयान्तर्गत नहीं भरे जाने पर मुख्य विकास अधिकारी द्वारा नाराजगी व्यक्त करते हुए तीनों फर्मों को निर्देशित किया गया कि टेस्टिंग के उपरान्त अतिशीध Road Reinstatement का कार्य कराना सुनिश्चित करें। कार्य स्थल पर तराई की उचित व्यवस्था न पाये जाने एवं कार्य की गुणवत्ता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए भारत सरकार की अतिमहत्वाकाक्षी योजना जल जीवन मिशन के अन्तर्गत समस्त निर्माण कार्य उच्च गुणवत्ता कराने एवं कार्य स्थल पर लेबर व अन्य स्टाफ हेतु शत प्रतिशत मानव सुरक्षा उपकरण प्रयोग करते हुए कार्य समयान्तर्गत पूर्ण कराने हेतु निर्देशित किया गया। निर्माण कार्य की धीमी प्रगति होने के कारण तीनों फर्मों को अधिशासी अभियन्ता जल निगम (ग्रामीण) द्वारा चेतावनी देते हुए नोटिस देने के निर्देश दिये गये।
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