हर बार ब्याज दरें बढ़ाने फेडरल रिजर्व की कॉपी करना बंद करना चाहिए: घोष

नई दिल्ली। देश में लगातार बढ़ रही महंगाई पर लगाम लगाने के ‎लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने पिछले साल रेपो रेट में कई बार बढ़ोतरी की थी। अब स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ग्रुप के मुख्य आर्थिक सलाहकार सौम्य कांति घोष ने आरबीआई को फिर से ब्याज दर में बढ़ोतरी का सुझाव दिया है। उन्होंने कहा कि हमें हर बार ब्याज दरों में बढ़ोतरी के लिए अमेरिकी फेडरल रिजर्व बैंक की कॉपी करना बंद करना चाहिए। गौरतलब है ‎कि आरबीआई ने अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के कदमों पर चलते हुए कई बार रेपो रेट में वृद्धि की है। इस पर घोष ने कहा कि ब्याज दर के मामले में अब आरबीआई को रुककर सोचने की जरूरत है कि क्या वह अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व को कॉपी करना जारी रख सकता है। सौम्य कांति घोष ने कहा कि कम अवधि में फेडरल रिजर्व की ब्याज दर वृद्धि चक्र का अंत नहीं दिखाई दे रहा है। ऐसे में आरबीआई को अलग तरीके से सोचने की जरूरत है। ब्याज दर में बढ़ोतरी के मामले में आरबीआई को गंभीरता से यह सोचना चाहिए कि वह अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के कदम को कब तक जारी रख सकता है। यह बातें उन्होंने भारत चैंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा आयोजित एक सत्र में कही। घोष ने कहा कि क्या हम अमेरिकी फेडरल रिजर्व का हूबहू अनुसरण कर सकते हैं? किसी समय तो हमें रुकने और सोचने की जरूरत है कि क्या पहले की दर वृद्धि का प्रभाव प्रणाली में कम हो गया है। मुझे नहीं लगता कि फेडरल रिजर्व के चक्र का जल्द ही कोई अंत होगा। वह तीन या इससे अधिक बार दरों में बढ़ोतरी कर सकता है।