बांदा। लोगों के लिए होली का त्योहार हमेशा से सबसे पसंदीदा और आनंद देने वाला त्यौहार रहा है। यह त्यौहार न केवल खुशियां लाता है बल्कि अपने साथ उत्साह भी लाता है। लेकिन इस बीच सबसे जरूरी है कि आप अपनी आंखों का ख्याल रखें। शोभित गुप्ता (नेत्र परीक्षण अधिकारी) ने बताया कि आजकल होली में कृतिम रंगों का प्रचलन काफी बढ़ गया है, इन रंगों का आंखों पर असर काफी घातक होता है। होली में प्रयोग होने वाले कृतिम रंगों में भारी धातुएं होती हैं जिनकी वजह से आंखों में एलर्जी, पुतली पर खरोच रासायनिक जलन आदि हो सकती हैं। होली खेलते समय आंखों का विशेष देखभाल नहीं करने से आंखों में संक्रमण, अस्थाई अंधापन, एलर्जी, आंखें लाल होना, खुजली पानी, जलन, सूजन इत्यादि हो सकता है। गुलाल में डाले जाने वाले चमकदार कण (अभ्रक) आंखों की पुतली के लिए काफी खतरनाक होते हैं पुतली पर खरोच और सूजन के मुख्य कारण होते हैं। होली पर आंखों की विशेष देखभाल की जरूरत होती है।
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