प्रयागराज।पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही बारिश और लगातार कानपुर के बंधों से छोड़े जा रहे पानी से तीर्थराज प्रयागराज में गंगा और यमुना नदियों के जलस्तर में एक से तीन सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से इजाफा हो रहा है।अधिकृत सूत्रों ने बताया कि दोनों नदियों के जलस्तर बढ़ने से कछारी इलाकों में बाढ़ की संभावना प्रबल हो रही है जबकि घाट के किनारे कटान भी तेजी से हो रहा है। गंगा का जलस्तर बढ़ने से जलकुंभी भी बहकर आ रही है। फाफामऊ घाट पर कटान का क्षेत्र बढ़ने के साथ रेत में दफनाए गये शवों के बाहर दिखलायी देने की संख्या बढ़ती जा रही है।उन्होने बताया कि शनिवार को कानपुर बैराज से १.६० क्यूसेक पानी छोड़ा गया है जिसके यहां सोमवार तक पहुंचने की संभावना है जिससे जलस्तर में और बढ़ाव होगा। सप्ताह में तीसरी बार कानपुर बांध से पानी छोड़ा गया है। इससे पहले दो बार में करीब चार लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।सिंचाई बाढ नियंत्रण कक्ष के अनुसार रविवार को १२ बजे फाफामऊ का जलस्तर क्रमश: ७८.२९ मीटर, छतनाग में ७२.८० मीटर और नैनी में यमुना ७३.२० मीटर बढ़ी है। शनिवार को इसी समय गंगा का जलस्तर फाफामऊ में ७७.५० मीटर, छतनाग ७१.९४ और नैनी (यमुना) ७२.६५ मीटर दर्ज किया गया था। हालांकि सुबह बढ़ने की रफ्तार तेज थी लेकिन वर्तमान में गंगा का जल स्तर एक से दो सेंटीमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से बढ़ रही है। गंगा खतरे के निशान से ८४.८५ मीटर से अभी बहुत नीचे बह रही हैं।जल पुलिस प्रभारी कड़ेदीन ने बताया कि संगम क्षेत्र में लगातार जलस्तर बढ़ने से तीर्थपुरोहितों को घाट से दूर हटा दिया है। उन्होने बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से जल पुलिस के जवान लगातार क्षेत्र में चक्रमण कर रहे हैं।
Share on Facebook
Follow on Facebook
Add to Google+
Connect on Linked in
Subscribe by Email
Print This Post