बच्चों को कुशाग्र बनाना हमारी प्राथमिकता

बांदा। किड्जी में अभिभावकों को ‘चाइल्ड एब्यूज एवं चाइल्ड केयर’ विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। विषय विशेषज्ञ के रूप में जी लर्न लिमिटेड की एकेडमिक मैनेजर सुम्बुल सिद्दीकी ने प्रकाश डाला। उन्होंने बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक उत्पीड़न के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि भाग-दौड़ भरी जीवन शैली के चलते हम अपने बच्चों को पर्याप्त समय नहीं दे पा रहे हैं, जिसके चलते वह जिद्दी व चिड़चिड़े हो रहे हैं। वहीं उचित जानकारी के अभाव में अबोध व किशोरवय के बच्चों के साथ कैसा व्यवहार करना चाहिए एवं उन्हें कैसी देखभाल की आवश्कता है। यह हम नहीं समझ पाते हैं। किड्जी ने अपने अनुसंधान के आधार पर ऐसा पाठ्यक्रम बनाया है जिसमें बच्चों के सर्वांगीण विकास पर पूरा ध्यान दिया जाता है। बच्चों को कुशाग्र बनाना ही हमारी प्राथमिकता है। इसीलिए किड्जी भारत की सबसे विश्वसनीय शैक्षिक संस्थानों में से एक है।किड्जी ने नई शिक्षा नीति के अनुसार अपने पाठ्यक्रम में आवश्यक बदलाव किए हैं। इसमें बहुत सी अन्य ऐसी गतिविधियों को शामिल किया गया है, जिससे कि बच्चों को जानकार ही नहीं, अपितु कुशाग्र व मेधावी भी बनाया जा सके। संगोष्ठी के दौरान अभिभावकों ने बच्चों से जुड़े अपने प्रश्नों को रखा। एकेडमिक मैनेजर द्वारा तार्किक रूप से उन सभी प्रश्नों के संतोषजनक उत्तर दिए गये। कार्यक्रम के अन्त में किड्जी सेन्टर-हेड ने आए हुए सभी अतिथियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि किड्जी अभिभावकों के लिए समय-समय पर ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन करता रहेगा। साथ ही उन्होंने अभिभावकों से अनुरोध किया कि हम अपने जीवन में कितना भी व्यस्त हों, बच्चों के जीवन को खुशहाल बनाने के लिए कितनी भी मेहनत कर रहे हों, हमें दिन के 24 घंटों में से कुछ समय अपने बच्चों के लिए अवश्य निकालना चाहिए क्योंकि उन्हें हमारी आवश्यकता है। बच्चों के साथ समय बिताने से हम स्वयं ऊर्जावान हो जाते हैं। कार्यक्रम में किड्जी के सभी सदस्य व विद्यावती निगम मेमोरियल पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्या भी उपस्थित रहीं।