जिलाधिकारी ने किया पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय आश्रम पद्धति इंटर कॉलेज मेहरौना का औचक निरीक्षण

देवरिया।जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने आज समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय आश्रम पद्धति इंटर कॉलेज, मेहरौना का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मिली खामियों पर उन्होंने गहरी नाराजगी जतायी और प्रभारी प्रधानाचार्य के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की संस्तुति का पत्र शासन को भेजने का निर्देश दिया।जिलाधिकारी आज अपराह्न डेढ़ बजे मेहरौना स्थित राजकीय आश्रम पद्धति इंटर कॉलेज पहुंचे। विद्यालय परिसर में बनी नाली के टूटे होने पर उन्होंने सवाल पूछा तो प्रभारी प्रधानाध्यापक सूर्यकांत राय ने बताया कि भवन का निर्माण कार्यदायी संस्था यूपीसीडको द्वारा किया गया है तथा वर्ष 2016 में इसे समाज कल्याण विभाग को हैंडओवर किया गया है। निर्माण के कुछ ही समय के भीतर नाली टूटने पर डीएम ने नाराजगी जतायी और यूपीसीडको को पत्र लिखने का निर्देश दिया।जिलाधिकारी ने लैब का निरीक्षण किया। वहां उन्हें किसी भी तरह का उपकरण नहीं दिखा। पूछने पर बताया गया कि वर्ष 2016 से ही विद्यालय के लैब में किसी भी तरह का उपकरण नहीं है। जिलाधिकारी ने जिला समाज कल्याण अधिकारी एवं प्रभारी प्रधानाचार्य को विगत सात सालों के दौरान लैब में आवश्यक उपकरण मंगाने के संबंध में किए गए प्रयासों के बारे में जानकारी उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।विद्यालय में वाटर कूलर तथा इंडिया मार्का हैंड पंप खराब मिला। विद्यार्थी सामान्य हैंडपंप का उपयोग करते मिले, जिस पर डीएम ने असन्तोष व्यक्त किया।जिलाधिकारी ने विद्यालय परिसर में स्थित प्रभारी प्रधानाध्यापक के निवास स्थल का निरीक्षण भी किया। जिलाधिकारी ने विद्यालय में रात्रि निवास करने के संबन्ध में कई सवाल पूछे जिसका संतोषजनक जवाब वे नहीं दे सके। बताया गया कि विद्यालय परिसर स्थित आवास में प्रभारी प्रधानाध्यापक के साथ उनका भांजा भी रहता है, जिसका नामांकन इसी विद्यालय में है। इस पर डीएम ने प्रभारी प्रधानाध्यापक को कड़ी फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि नियमों में स्पष्ट प्रावधान है कि विद्यालय के समस्त छात्र छात्रावास में निवास करेंगे ऐसे में हॉस्टल के बाहर किसी छात्र का रहना छात्रावास की व्यवस्था संदेह उत्पन्न करता है। जिलाधिकारी ने कक्षा में छात्रों से संवाद भी किया। किंतु, कक्षाओं में छात्रों की उपस्थिति अटेंडेंस रजिस्टर के सापेक्ष कम मिली। पंजिका में कक्षा 8 में 32 लोगों की उपस्थिति दर्ज की गई थी जबकि 15 छात्र ही निरीक्षण के दौरान कक्षा में मिले।विद्यालय में 489 क्षमता के सापेक्ष 289 छात्रों का ही पंजीकरण है।आश्रम पद्धति विद्यालय में समाजिक रूप से कमजोर तबकों के बच्चों को बोर्डिंग स्कूल की तर्ज पर शिक्षा उपलब्ध कराने का प्रावधान है। यहां 60 प्रतिशत सीट अनुसूचित जाति/जनजाति, 25 प्रतिशत अन्य पिछड़ा वर्ग तथा 15 प्रतिशत सामान्य वर्ग के लिए आरक्षित है। विद्यालय में 14 क्लास रूम और 3 लैब हैं। कक्षा 6 से 12 तक की पढ़ाई होती है। छात्रों को निःशुल्क छात्रावास, भोजन एवं ड्रेस उपलब्ध कराया जाता है ।जिलाधिकारी ने छात्रावास में सोलर पैनल लगाने का निर्देश पीओ नेडा गोविंद तिवारी को दिया।