‘साहित्य सागर सम्मान’ से 11 फरवरी को नवाजे जायेंगे साहित्यकार पं. हरि ओम शर्मा ‘हरि’

लखनऊ। स्वामी दयानन्द सरस्वती के 200वें जन्मदिवस पर आयोजित एक भव्य समारोह में प्रख्यात साहित्यकार, पत्रकार व लेखक पं. हरि ओम शर्मा ‘हरि’ को ‘साहित्य सागर सम्मान’ से नवाजा जायेगा। यह समारोह सी.एम.एस. गामती नगर (विशाल खंड-2) आडिटोरियम में आयोजित किया जा रहा है। यह जानकारी शर्मा के निजी सचिव राजेन्द्र चैरसिया ने दी है। चैरसिया ने बताया कि पद्मश्री विद्या विंदू सिंह समारोह की मुख्य अतिथि होंगी जबकि समारोह की अध्यक्षता वैदिक विद्वान डा. रूपचन्द्र दीपक करेंगे। इस अवसर पर जी. वी. पटनायक, आई.ए.एस., अरविन्द चतुर्वेदी, आई.पी.एस., डा. जगदीश गाँधी, प्रख्यात शिक्षाविद्, टी. पी. हवेलिया, समाजसेवी, रमा आर्य ‘रमा’, प्रख्यात कवियत्री एवं विष्णु सहाय विशिष्ट अतिथि के रूप में पधारकर समारोह की गरिमा को बढ़ायेंगे।चैरसिया ने बताया कि साहित्य एवं पत्रकारिता के क्षेत्र में अतुलनीय योगदान हेतु पं. हरि ओम शर्मा ‘हरि’ को विभिन्न उपाधियों व सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है जिनमें पत्रकार गौरव सम्मान, सागरिका सम्मान, साहित्य मनीषी सम्मान, प्रकृति रत्न सम्मान, साहित्य रत्न सम्मान, साहित्य सम्मान, ‘शब्दश्री’ सम्मान, सारस्वत सम्मान, साहित्य भूषण सम्मान, सृजन सम्मान एवं उ.प्र. हिन्दी संस्थान द्वारा गुलाब राय सर्जना पुरस्कार आदि प्रमुख हैं। पं. हरि ओम शर्मा ‘हरि’ अभी तक 19 पुस्तकें लिख चुके हैं, जिन्हें देश ही नहीं अपितु विदेशों में भी सराहा गया है। देश के तत्कालीन प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह, राष्ट्रपति डा. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम व प्रतिभा देवी सिंह पाटिल, नेपाल के तत्कालीन प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ एवं माॅरीशस के तत्कालीन राष्ट्रपति अनिरुद्ध जगन्नाथ पं. शर्मा का सम्मानित कर चुके हैं। आने वाले कुछ ही दिनों में पं. शर्मा की दो नवीन पुस्तकों ‘जज्बात, जुनून, जन्नत’ एवं ‘कवितायें कामयाबी की’ का विमोचन होने वाला है एवं शीघ्र ही जीवन मूल्यों से भरपूर दो और पुस्तकें पाठकों के हाथों में होगी।