फतेहपुर। सर्व शिक्षा अभियान के सब पढ़े, सब बढ़े कार्यक्रम के अंतर्गत समग्र शिक्षा अभियान, विशिष्ट आवश्यकता वाले (दिव्यांग) बच्चों की समेकित शिक्षा हेतु एक कार्यशाला का आयोजन लौह पुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल प्रेक्षागृह में किया गया। जिसमें मुख्य विकास अधिकारी सूरज पटेल ने माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलित कर कार्यशाला का शुभारंभ किया। दिव्यांग छात्राओं ने स्वागत गीत की प्रस्तुति दी।मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि 4000 दिव्यांग बच्चों के लिए 35 स्पेशल एजुकेटर शिक्षा देने के लिए नियुक्त है, जिन्हें मॉडल के रूप में तैयार किया जाये और आईपी कार्ड लक्ष्य के सापेक्ष बनाये जाए। उन्होंने कहा कि हृदय से इन्हें पूरे मनोयोग के साथ दिव्यांग बच्चों को शिक्षा प्रदान करें। ताकि समाज मे बोझ न बने, इन्हें स्थान मिल सके। ईश्वर ने बच्चों को आपको एलाट किया है आप हृदय में समावेश कर अपने बच्चों की भांति शिक्षा प्रदान करें। उन्होंने बेसिक शिक्षा अधिकारी एवं जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी से कहा कि स्पेशल एजुकेटरो को निर्देश दिए जायें कि 05-05 बच्चों का ग्रुप बनाकर शिक्षा दें। उन्होंने उपस्थित अधिकारियों, बच्चों एवं एनसीसी के छात्रों को नए वर्ष-2023 की शुभकामनाएं दी। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी को महात्मा गौतम बुद्ध की प्रतिमा देकर सम्मानित किया और दिव्यांग बच्चों को गिफ्ट उपहार स्वरूप भेंट किये। उन्होंने कार्यशाला में आये हुए आगंतुकों को धन्यवाद देते हुए कहा कि मुख्य विकास अधिकारी द्वारा संक्षिप्त रूप से जो बाते बतायी गयी है। उनको सेवाओ में आत्मसार करते हुए शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़े। दिव्यांग बच्चों में काफी प्रतिभा रहती है, को दृष्टिगत रखते हुए शिक्षा के माध्यम से आगे बढ़ाए। विभागीय आदेश समय-समय में प्राप्त होते है कि अनुसार कार्य को करें और विभागीय योजनाओं को संचालित करें, कार्य मे शिथिलता न बरती जाये। जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी ने कहा कि दिव्यांग बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा में जोडते हुए सामान्य बच्चों के साथ शिक्षा प्रदान करना समेकित शिक्षा या समावेशी शिक्षा कहलाता है। इस उद्देश्य की पूर्ति हेतु समग्र शिक्षा निदेशालय द्वारा समर्थ मोबाइल बेस्ड एप्लीकेशन ऐप एवं वेब पोर्टल का निर्माण किया गया है। इस एप्लीकेशन के माध्यम से सुनियोजित गतिविधियाँ संचालित की जा रही हैं। इसके माध्यम से संचालित गतिविधियों का क्रियान्वयन एवं अनुश्रवण किया जा रहा है। समावेशी शिक्षा के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु परिषदीय विद्यालयों के प्रधानाध्यापक को समर्थ का नोडल टीचर्स नामित किया गया है। नोडल टीचर्स के साथ मिलकर स्पेशल एजुकेटर्स द्वारा दिव्यांग बच्चों को शैक्षिक सपोर्ट प्रदान किया जा रहा है। विद्यालय के अन्य बच्चों की तरह ही दिव्यांग बच्चों को भी निपुण भारत मिशन के अन्तर्गत निर्धारित दक्षताओं की सम्प्राप्ति हेतु पठन-पाठन की व्यवस्था की गई है। कार्यशाला का संचालन अनुराग मिश्रा ने किया। इस अवसर पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संजय कुमार कुशवाहा, जिला सूचना अधिकारी आरएस वर्मा, जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी प्रगति मिश्रा, अरुण मिश्रा सहित दिव्यांग बच्चे व अन्य संबंधित उपस्थित रहे।
Share on Facebook
Follow on Facebook
Add to Google+
Connect on Linked in
Subscribe by Email
Print This Post