जौनपुर। जामिया इमानिया नासिरया हमाम दरवाजा में आयोजित तीन दिवसीय मजालिसे फात्मी की अलवेदाई मजलिस को जामिया इमानिया नासिरया के प्रधानाचार्य एवं इमामे जुमा मौलाना महफुजल हसन खान ने सम्बोधित करते हुए कहा कि मुस्लिम महिलाएं अगर सही तरीके से हज़रत फात्मा ज़हरा की तालिमात को अपनाएं तो वह अपने खानदान के माहौल को खुशनुमा बना सकती हैं। बीबी फातिमा की फज़ीलत में पैगम्बरे इस्लाम हज़रत मोहम्मद मुस्तफा की बहुत सी हदीसें हैं जिसकी रोशनी में बीबी फातिमा दुनिया की औरतों की सरदार हैं बीबी फातिमा ज़हरा की शहादत पर उनकी मुसीबतों का ज़िक्र करते हुए उन्होंने कहा कि मिल्लत हज़रत फात्मा के मसायब पर ग़ौर करे उनकी शहादत के मसायब पर मजलिस में मौजूद हज़ारों लोगों की आंखें अश्कबार हो गई पूरा माहौल गमगीन हो गया । मजलिस में शबीहे ताबूते फात्मा ज़हरा बरामद हुआ ,मौलाना कर्रार हैदर मौलाई मुज़फ्फरनगर ने बहुत पुर दर्द अन्दाज़ में नौहा पेश किया मदरसा नासिरया तुल्लाब एवं मोमेनीन ने नौहा व मातम किया। मजलिस में सैय्यद अली हसन मुज़फ्फरनगर ने सोज़खानी की शोअरा ने कलाम पेश किया ,इस मजलिस की निज़ामत (संचालन ) जामिया इमानिया नासिरया के अध्यापक मौलाना सैयद आबिद रज़ा मोहम्मदाबादी ने किया।
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