मेडिकल कालेज सहित 04 सीएचसी. में सम्पन्न हुआ पूर्वाभ्यास

बहराइच। कोविड संक्रमण के खतरे को दृष्टिगत रखते हुए कोरोना संक्रमण के नियंत्रण, रोकथाम, बचाव व उपचार के लिए जिले में की गई तैयारियों का जायज़ा लेने के उद्देश्य से प्रदेश व्यापी पूर्वाभ्यास कार्यक्रम के तहत महाराजा सुहेल देव स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय के महर्षि बालार्क चिकित्सालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कैसरगंज, मोतीपुर, चर्दा (नवाबगंज) व पयागपुर में मॉक ड्रिल कर आपदा से बचाव से पूर्व व्यवस्थाओं एवं तैयारियों को परखा गया। महर्षि बालार्क जिला चिकित्सालय में आयोजित हुए मॉक ड्रिल का जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चन्द्र ने स्वयं जायज़ा लिया। मॉक ड्रिल के अवसर पर चिकित्सालय पहुॅचे डीएम डॉ. चन्द्र ने आक्सीज़न प्लान्ट, कोविड आइसोलेशन वार्ड, होम्योपैथी चिकित्सालय, औषधि भण्डार कक्ष व साफ-सफाई व्यवस्था इत्यादि का जायज़ा लिया। आक्सीज़न प्लान्ट के निरीक्षण के दौरान डीएम ने प्लान्ट की क्रियाशीलता को परखते हुए प्लान्ट से आक्सीज़न सप्लाई की जांच के लिए अपने समक्ष सिलेण्डर की रिफलिंग भी कराई। आईसोलेशन वार्ड के निरीक्षण के दौरान डीएम ने वेन्टीलेटर सहित अन्य जीवन रक्षक उपकरणों को चालू कराकर उनकी क्रियाशीलता को परखा। इस दौरान वेन्टीलेटर में कुछ समस्या पाए जाने पर डीएम ने निर्देश दिया कि वेन्टीलेटर सहित सभी जीवन रक्षक उपकरणों को चालू दशा में रखा जाए ताकि किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटा जा सके। डीएम डॉ. चन्द्र ने होम्योपैथी चिकित्सालय का भी निरीक्षण किया। यहॉ पर मौजूद चिकित्सक डॉ. दीपा सिंह ने बताया कि 01 चिकित्सक डॉ. प्रेम प्रकाश वर्मा अवकाश पर है। यहॉ पर डीएम द्वारा दवाओं की उपलब्धता के बारे में जानकारी करने पर बताया गया दवाएं पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। चिकित्सालय के निरीक्षण के दौरान डीएम ने वरिष्ठ पत्रकार मुकेश पाण्डेय के साथ लाइकोपोडियम की खुराक भी ली। डीएम ने औषधि भण्डार कक्ष का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जीवन रक्षक दवाएं पर्याप्त मात्रा में पायी गईं। डीएम डॉ. चन्द्र ने मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एस.के. सिंह व मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. ओ.पी. चैधरी को निर्देश दिया कि चिकित्सालयों को एलर्ट मोड़ पर रखें तथा आवश्यकतानुसार दवाओं एवं जीवन रक्षक उपकरणों को भी क्रियाशील रखा जाय। डीएम डॉ. चन्द्र ने जनपदवासियों से अपील की है कि कोराना संक्रमण के खतरे को देखते हुए सुरक्षात्मक प्रोटोकाल का कड़ाई के साथ पालन करें। हाथों की स्वच्छता के साथ-साथ सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें तथा मास्क पहन कर ही घर के बाहर निकलें। उल्लेखनीय है कि महर्षि बालार्क चिकित्सालय के अलावा एल-1 फैसिलिटी से आच्छादित सी.एच.सी. कैसरगंज, मोतीपुर, चर्दा (नवाबगंज) व पयागपुर में भी मॉक ड्रिल आयोजित कर व्यवस्थाओं को परखा गया। इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. एस.के. सिंह, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. ओ.पी. चैधरी, चिकित्सालय प्रबन्धक रिजवान अली, पूर्व सीएमएस डाॅ एम.एम.एम. पाण्डेय सहित अन्य सम्बंधी मौजूद रहे।