कौशाम्बी। सिराथू तहसील के बिछौऱा गांव निवासी एक गरीब को दवा के बहाने दबंगों ने तहसील में फर्जी बैनामा करा लिया इसके बाद दाखिल खारिज के आधार पर अपना नाम अभिलेखों मे अंकित करा दिया गरीब को जब सभी खेतों के गाटा संख्या पर बैनामा कराने की जानकारी मिली तो उसने शिकायती पत्र देकर जांच कार्रवाई की मांग किया, उप निबन्धक चकबन्दी अधिकारी ने मामले की जांच किया तो गरीब की जमीन का दबंगो द्वारा कराया गया बैनामा फर्जी पाया गया, उप निबन्धक चकबंन्दी अधिकारी ने गरीब को सक्षम न्यायालय मे वाद दाखिल कर बैनामा खारिज कराने की सलाह दी गई। विछौरा निवासी रामकेश पुत्र स्वर्गी0 जगन्नाथ ने उपचकबन्दी अधिकारी को शिकायती पत्र देकर आरोप लगाया कि गांव के सरारती तत्वों ने प्राइवेट हॉस्पिटल में दवा कराने के बहाने सन २०११ में गाटा संख्या २५३ रकबा-0.3310 व ४४४ रकबा-0.2510 ४०८ रकबा-0.2630 ४४५ रकबा-0.6960 ४५८ रकबा-0.3300 का 1/६ भाग फर्जी बैनामा १ बीघा से अधिक जमीन का करा लिया इसके बाद रामकेश को जानकारी हुई तो उपनिबन्धक को शिकायती पत्र दिया उपनिबन्धक की जांच के दौरान रजिस्ट्रेशन अधिनियम 1908 तथा भारतीय स्टाम्प अधिनियम 1899 की धाराओं के अंतर्गत कार्रवाई करते हुए अवैध पाया गया उपनिबंधक कार्यालय द्वारा फर्जी बैनामा कराने वाले राकेश कुमार यादव पुष्पराज यादव अभय राज यादव द्वारा अपनी माॅं सोना देवी के नाम अंकित कराना पाया गया उपनिबंधक चकबंदी द्वारा रजिस्ट्री कृत बैनामा से क्रेता का नाम खारिज करने के लिए न्यायालय में वाद दाखिल कर अनुतोष पाने की सलाह दी गई गरीब किसान का सभी खेतों पर वर्तमान समय में कब्जा दखिल चला आ रहा है।
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