फतेहपुर। उत्तर प्रदेश बेसिक हेल्थ वर्कर/मातृ एवं शिशु कल्याण ने मांगों को लेकर सोमवार को एक दिन का उपवास रखा। तत्पश्चात सीएमओ कार्यालय में प्रदर्शन करते हुए धरना दिया और मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर मांगों को पूरा किये जाने की आवाज उठाई।हेल्थ वर्करों ने सीएम से मांग किया कि स्वास्थ्य कार्यकर्ता व स्वास्थ्य पर्यवेक्षक की वेतन विसंगति 30 नवंबर 2011 तक ग्रेड वेतन 2800 एवं 1 दिसंबर 2011 से ग्रेड वेतन 2000 व स्वास्थ्य पर्यवेक्षक को ग्रेड वेतन 2800 विभाग दिया जा रहा है इस तरह एक पद पर दो वेतनमान व दो पदों पर एक वेतनमान देना नियमों के विपरीत है इसको दूर किया जाये, स्वास्थ्य पर्यवेक्षक पुरूष की पदोन्नति स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी के पद पर किये जाने हेतु सेवा नियमावली बनाई जाये, स्वास्थ्य कार्यकर्ता पुरूष का प्रशिक्षण अवधि एक वर्ष के स्थान पर दो वर्ष की जाये, रिक्त 7500 पदों पर नियुक्ति करने संबंधी आवश्यक कार्रवाई की जाये, शासन द्वारा संघ के पदाधिकारियों को सचिवालय प्रवेश पत्र जारी किया जाये। उपवास कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जिलाध्यक्ष हेमचंद्र चैधरी ने कहा कि मांगों के समाधान का अनुरोध सीएम से किया गया है। उत्तराखंड की भांति उत्तर प्रदेश में भी वेतन विसंगति जैसी कुरीतियां बंद की जायें। उपवास कार्यक्रम को संबोधित करते हुए स्वास्थ्य कार्यकर्ता पुरूष हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा कि उत्तराखंड सरकार ने स्वास्थ्य कार्यकर्ता के हित में जो निर्णय लिया है उसे प्रदेश सरकार भी लागू कर वेतनमान समान करे। मातृ शिशु एवं परिवार कल्याण की जिला संयोजिका संगीता चैधरी ने कहा कि वेतन विसंगति दूर की जाये एवं समान कार्य पर समान वेतन दिया जाये। इस मौके पर सोमनाथ, तिलक सिंह, धर्मेंद्र सिंह, रणजीत, संजय कुमार श्रीवास्तव, विपिन कुमार, रजनीबाला, शौर्य श्रीवास्तव, अंजू माथुर, ऊषा रानी, हेमलता, नीलम बाजपेई, मंजूश्री, ममता, सहोद्रा, श्वेता, मिथलेश कुमारी, शोभा देवी, सावित्री देवी, शशी त्रिपाठी, आशीष सोनी, देवनारायण भी मौजूद रहे।
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