सेवानिवृत्ति होने पर अपने पिता के पुण्य स्मृति में रघुनंदन कक्ष का निर्माण कराकर समाज सेवा के क्षेत्र में एक अनूठा मिशाल दिया

सोनभद्र। उमेश कुमार श्रीवास्तव ने मीरा लर्निंग सेंटर, सिरसोती के लिए एक कक्ष का निर्माण कर सिरसोती ग्रामवासी को किया समर्पण एनटीपीसी रिहंद के महाप्रबंधक उमेश कुमार श्रीवास्तव ने सेवानिवृत्ति होने पर अपने पिता के पुण्य स्मृति में ग्रामीण बच्चों के शिक्षा हेतु सोनभद्र एवं सिंगरौली जिले में कार्यरत स्वयं-सेवी संस्था नवोदय मिशन ट्रस्ट के तत्त्वावधान में मीरा लर्निंग सेंटर, ब्रहमनिष्ठ आश्रम, “शिवनगर” सिरसोती में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी एवं हरित कौशल विकास केंद्र बनाने के लिए एक कक्ष (रघुनंदन कक्ष) का निर्माण कराकर समाज सेवा के क्षेत्र में एक अनूठा मिशाल दिया। इस अवसर पर एनटीपीसी रिहंद के महाप्रबंधक (ओ एंड एम) पंकज मेदिरत्ता बतौर मुख्य अतिथि, नवोदय मिशन के संरक्षक महाप्रबंधक राजीव कुमार सिन्हा,नवोदय मिशन रिहंद के अध्यक्ष अपर महाप्रबंधक राजेश नारायण सिन्हा,महाप्रबंधक (ईंधन)के. गोपाल कृष्णा,अपर महाप्रबंधक पी बीपरांजपे,अपर महाप्रबंधकसंजीव खेरा, नवोदय मिशन के संस्थापक अध्यक्ष शांता कुमार, नवोदय मिशन विंध्याचलके अध्यक्ष डा० ऋचा स्मृति, नवोदय मिशन के ट्रस्टी श्री सत्येंद्र नाथ तिवारी,टी. एन. सिंह,एनटीपीसी के वरिष्ठ अधिकारीगण, सिरसोती ग्राम के सम्मानित व्यक्ति, शिक्षक एवं छात्र उपस्थित रहे। श्री उमेश कुमार श्रीवास्तव अपने पत्नी के साथ कक्ष में विधिवत हवन-पूजन कराकर वेदोच्चारणके साथ कक्ष को जीवंतता प्रदान किया। तत्पश्चात महाप्रबंधक (ओ एंड एम) पंकज मेदिरत्ता एवं अन्य अधिकारियों ने नारियल चढ़ाया। इसके बाद महाप्रबंधक (ओ एंड एम) पंकज मेदिरत्ताने शिलालेख का अनावरण कर रघुनंदन कक्ष को शिक्षार्थ ईश्वर को समर्पण किया। समर्पण कार्यक्रम के बाद ग्रामीण बच्चों ने नृत्य के माध्यम से बहुत ही सुंदर सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी, जिसकी सबने भूरी-भूरी प्रशंशा किया। कार्यक्रम के प्रारम्भ मेंआईआईटी बॉम्बे से पढ़ाई कर इस क्षेत्र में शिक्षा का अलख जगाने वाले नवोदय मिशन के संस्थापक शांता कुमार ने नवोदय मिशन की शुरुआत एवं इसके उद्देश्य एवं भविष्य की योजनाओं पर प्रकाश डाला। शांताकुमार ने बताया किकॉलेज के दिनों में आईआईटी बॉम्बे में पढ़ रहे छात्रों द्वारा संचालित ग्रामीण गतिविधियों के लिए समूह से जुड़ कर राष्ट्र सेवा एवं समाज सेवा के विभिन्न आयामों को समझने का मौका मिला, उसी का परिणाम था कि शांता कुमार ने सिरसोती ग्राम के सम्पूर्ण विकास को अपना सपना बनाकर इस क्षेत्र में सेवा के कार्य किया, जिसमें बहुत सारे एनटीपीसी के अभियंता सहभागी बने। आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर डा० अनुराग त्रिपाठी, उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी बबलू कुमार, एनटीपीसी के मुख्य महाप्रबंधक (मानव संसाधन-उत्तरी क्षेत्रमुख्यालय) मिलन कुमार, समाजसेवी डा० विजय होनकलास्कर, एनटीपीसी के केंद्रीय कार्यालयके सीएसआर विभाग के उपमहाप्रबंधक उपेंद्र मिश्र, सेवा समर्पण संस्थान के सह संगठन मंत्री आनंदजी,कुवैत में कार्यरत सुमितबरनवाल, एनटीपीसी विंध्याचल के सीएसआर विभाग के मोहम्मदजुनैदका लगातार मार्गदर्शन प्राप्त होता रहता हैं। तत्पश्चात, नवोदय मिशन के पूर्व छात्र एवं वर्तमान में कर्मठ ग्रामीण कार्यकर्ता कृष्ण मुरारी ने नवोदय मिशन के वर्तमान गतिविधियों एवं वर्तिका महिला मण्डल के सतत सहयोग के बारे में सबको अवगत कराया।श्रीमाताजीनिर्मला देवी के आशीर्वाद से महिलाओं एवं छात्राओं के माध्यम से हरित कौशल विकास केंद्र चलाने की दिशा में काम करने का निर्णय लिया गया। वे सभी किरण कम्प्युटर सेंटर पर बच्चों को कम्प्युटर में प्रशिक्षित कर रही हैं। आशीर्वचनस्वरूपमहाप्रबंधक (ओ एंड एम) पंकज मेदिरत्ता ने मीरा लर्निंग सेंटर, सिरसोती के माध्यम से समाज सेवा में किए जा रहे योगदान की भूरी-भूरी प्रशंशा करते हुए, वे उमेश कुमार श्रीवास्तव को पिता एवं समाज के प्रति समर्पित भाव एवं बच्चों के विकास हेतु किए गए इस दान के लिए साधुवाद दिया और सबके लिए प्रेरणादायी बताया। जिस समाज से हमने अपना जीवन बनाया, उस समाज को कुछ देकर जाना आत्मिक सुख प्रदान करता हैं। महाप्रबंधकराजीव कुमार सिन्हा ने नवोदय मिशन के माध्यम से उत्तम शिक्षा कैसे प्रदान किया जाय इसके लिए भरपूर सहयोग देने की बात कही। जवाहर नवोदय विद्यालय के पूर्व छात्र एवं वरिष्ठ प्रबन्धक राजीव रंजन ने एक शिक्षक के लिए सहयोग देने की घोषणा किया।सेवानिवृत्त महाप्रबंधक उमेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि वे नवोदय मिशन से जुड़कर समाज सेवा करना चाहते थे और इसी क्रम में शांता कुमार की योजना को सुनकर उन्होंने बच्चों के शिक्षार्थ कुछ करने का मन बनाया और ईश्वर की अनुकंपा ने उनको दान करने की शक्ति प्रदान की। इसमें उनकीपत्नी प्रतिमा श्रीवास्तव एवं बच्चे अभिलाष श्रीवास्तव एवं अंशिका श्रीवास्तव ने भी साथ दिया। उनकी बेटी अंशिका श्रीवास्तव ने बेंच-डेस्क इत्यादि के लिए पचास हजार रुपये दान में दी। नवोदय मिशन रिहंद के ट्रस्टी सत्येंद्र नाथ तिवारी ने बताया की यह एक शुरुआत हैं। बच्चों को शिक्षा एवं कौशल विकास के लिए पाँच और कमरे की आवश्यकता है। जैसे-जैसे उमेश कुमार श्रीवास्तव जैसे उदार व्यक्तित्व मिलेंगे यह क्रम चलता रहेगा। इससे सुदृढ़ समाज एवं राष्ट्र का निर्माण होगा। इस अवसर पर सिरसोती में एक उत्सव का माहौल था। सबने इस महती कार्य में अपनी भागीदारी निभाने एवं नवोदय मिशन को भरपूर सहयोग प्रदान करने की बात कही। सबने बाबा शिवाराम के साथ महाप्रबंधक श्री उमेश कुमार श्रीवास्तव द्वारा दिये गए भोज का आनंद उठाया। बच्चों ने पुष्प वर्षा एवं करतल ध्वनि से सबको विदाई दिया और सबको फिर से आने के लिए आग्रह किया।