मुंबई। इस महीने बाजार में लगभग 5000 करोड़ रुपए मूल्य के 6 आईपीओ बाजार में आने की संभावना है क्योंकि निवेशक धारणा में सुधार आया है। दिसंबर को अक्सर कोष उगाही गतिविधि के लिए सुस्त महीना माना जाता है लेकिन बाजार द्वारा नई ऊंचाइयों को छूने और विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (एफपीआई) प्रवाह मजबूत रहने से कंपनियां और निवेश बैंकर पूंजी जुटाने की संभावना देख रहे हैं। जिन कंपनियों द्वारा दिसंबर में अपने आईपीओ पेश किए जाने की संभावना है उनमें केफिन क्नोलॉजीज कॉनकोर्ड एनवायरो सिस्टम्स और जीपीटी हेल्थकेयर मुख्य रूप से शामिल हैं। सौदों के आकार के लिहाज से नवंबर आईपीओ के लिए इस साल अच्छा महीना साबित होगा। करीब 10 आईपीओ ने इस महीने संयुक्त रूप से 10566 करोड़ रुपए की पूंजी जुटाई है। एक निवेश बैंकर ने कहा कि सूचीबद्ध बाजार में तेजी दर्ज करने वाले शेयरों से भी कारोबारियों की दिलचस्पी बढ़ रही है। यह महीना आईपीओ के लिए बेहद सफल साबित होगा। साथ ही बड़े सौदे भी हो रहे हैं। कुल मिलाकर इसकी संभावना अधिक है कि बाजार में तेजी आने वाले महीनों में बनी रहेगी। पिछले दो महीनों के दौरान प्रमुख सूचकांकों में 10 प्रतिशत से ज्यादा की तेजी आई है।सेंसेक्स और निफ्टी ने इस अवधि के दौरान अपने सर्वाधिक ऊंचे स्तरों को छुआ। एफपीआई ने इस महीने घरेलू शेयरों में 31630 करोड़ रुपए का निवेश किया। 2021 की शानदार तेजी के बाद आईपीओ बाजार इस साल ऊंचे उतार-चढ़ाव के बीच असमान रहा और इस पर खासकर अमेरिका और यूरोप में मंदी की आशंका का असर पड़ा। लाई-सितंबर तिमाही का प्रदर्शन महामारी प्रभावित अप्रैल-जून 2020 की अवधि के बाद से सबसे खराब रहा। पिछली तिमाही में सिर्फ चार निर्गम ही कुल 2965 करोड़ रुपए जुटाने में सफल रहे। बढ़ती मुद्रास्फीति ने प्रमुख केंद्रीय बैंकों को आक्रामक मौद्रिक रुख अपनाने के लिए बाध्य किया। फेड के अधिकारियों ने नवंबर में चौथी बाजार ब्याज दरों में इजाफा किया। नवंबर में ब्याज दरें 75 आधार अंक तक बढ़ाई गईं।
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