समितियों में दूध कलेक्शन को बढ़ाया जाए: आयुक्त

बांदा। आयुक्त चित्रकूटधाम मण्डल आरपी सिंह की अध्यक्षता में मयूर भवन सभागार में मण्डल के जनपदों में संचालित दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में मण्डलायुक्त ने दुग्ध विभाग के अधिकारियों एवं समिति के सचिवों को निर्देश दिये कि दुग्ध समितियों में दूध कलेक्शन को अधिक से अधिक बढाया जाए। मण्डल में एक लाख लीटर दुग्ध कलेक्शन की व्यवस्था की जाए। उन्होंने निर्देश दिये कि समितियों में दुग्ध का भुगतान अधिक दिनों तक लम्बित न रहने पाए। उन्होंने समितियों में मानक के अनुरूप गुणवत्तायुक्त दूध कलेक्शन में किये जाने के निर्देश दिये, जिससे कि मानक के अनुरूप दुग्ध होने पर उसकी धनराशि में कटौती न होने पाए।आयुक्त ने बैठक में दुग्ध समितियों के सचिवों से दूध कलेक्शन के सम्बन्ध में आ रही समस्याओं एवं उनके सुझावों को सुनते हुए कहा कि जनपद में दुग्ध प्लांट लगाया जाना प्रस्तावित है, इसलिए समितियों को मण्डल में दुग्ध कलेक्शन को और अधिक बढ़ाये जाने की अत्यन्त आवश्यकता है। बैठक में मण्डल की दुग्ध समितियों के सचिवो द्वारा लगभग एक माह विलम्ब से दुग्ध मूल्य भुगतान किये जाने, दूध में एसएनएफ की निर्धारित मानक (8.20 प्रतिशत) से कम होने दुग्ध मूल्य भुगतान में 20 प्रतिशत की कटौती किये जाने एवं प्राईवेट डेरियो की तुलना में पराग डेरी द्वारा दुग्ध का खरीद मूल्य कम होने की समस्याओं से आयुक्त को अवगत कराया गया। इस सम्बन्ध में प्रधान प्रबन्धक दुग्ध संघ कर्वी चित्रकूट द्वारा अवगत कराया गया कि उपभोक्ताओं को बिक्री किये जा रहे दूध की गुणवत्ता नियंत्रण की दृष्टि से पीसीडीएफ मुख्यालय लखनऊ के निर्देशानुसार एसएनएफ के निर्धारित मानक 8.20 से कम होने पर 20 प्रतिशत की कटौती की जाती है। आयुक्त ने उपस्थित सचिवांे को समय से दुग्ध मूल्य भुगतान किये जाने एवं 20 प्रतिशत की कटौती बन्द किये जाने तथा प्राईवेट डेरियो के लगभग समान दुग्ध की क्रय दर निर्धारित कराये जाने के लिये आवश्यक कार्यवाही किये जाने का भरोसा दिलाया गया। बैठक में अपर आयुक्त प्रशासन अमरपाल सिंह, दुग्ध संघ के रामशरण प्रजापति, सूचना अधिकारी रामजी दुबे दुग्ध विकास के वरिष्ठ दुग्ध निरीक्षक, दुग्ध निरीक्षक, राजकीय दुग्ध पर्यवेक्षक तथा दुग्ध समितियों के सचिव उपस्थित रहे।