देवरिया।जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह एवं पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने शुक्रवार की रात्रि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सलेमपुर का औचक निरीक्षण कर आकस्मिक सेवाओं का जायजा लिया। निरीक्षण के समय एमओआईसी अनुपस्थित मिले, जिस पर डीएम ने गहरी नाराजगी व्यक्त की और उनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का निर्देश दिया।जिलाधिकारी रात्रि लगभग 8:15 बजे सलेमपुर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे मौके पर मौजूद मेडिकल ऑफिसर डॉ राजेश कुमार ने बताया की शाम को इमरजेंसी में हार्ट अटैक के शिकार एक मरीज को स्टेबल किया जा रहा है तथा एक महिला प्रसव हेतु आई है। जिलाधिकारी ने मरीजों के परिजनों से संवाद कर स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी ली।मौके पर एमओआईसी डॉ अतुल कुमार अनुपस्थित मिले। डीएम ने उनकी अनुपस्थिति के विषय में जानकारी मांगी तो पता चला कि वे बिना स्टेशन लीव एवं अवकाश स्वीकृत कराये गोरखपुर गए हुए हैं। इस पर डीएम ने गहरी नाराजगी व्यक्त की और उन्हें तत्काल सलेमपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र आने का निर्देश दिया। डीएम के निर्देश के बाद एमओआईसी रात 12 बजे लगभग सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंच गए।डीएम ने प्रसव के दौरान स्टाफ नर्स के साथ एक महिला चिकित्सक को मौजूद रहने की व्यवस्था करने का निर्देश दिया जिससे किसी आकस्मिक परिस्थिति में भी सुरक्षित प्रसव कराया जा सके। डीएम ने ओपीडी रजिस्टर व उपस्थिति पंजिका का भी अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि शासन की मंशानुरूप नागरिकों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाओं को उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है। निरीक्षण में जो भी कमियां मिली हैं, उन्हें शीघ्र ही दूर कर लिया जाएगा। जिलाधिकारी ने कहा कि शासन का स्पष्ट निर्देश है कि सभी अधिकारी अपने तैनाती स्थल पर रात्रि विश्राम करें। इसका उल्लंघन करने पर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी जिलाधिकारी ने किया कान्हा गौशाला का निरीक्षण जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह एवं पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने शुक्रवार रात्रि को सलेमपुर नगर पंचायत स्थित कान्हा गौशाला का औचक निरीक्षण किया। मौके पर 35 गोवंश संरक्षित मिले। जिलाधिकारी ने बढ़ती ठंड के दृष्टिगत गोवंश को काउकोट पहनाने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने निराश्रित गोवंशों को संरक्षण केंद्र पर लाने के लिए अभियान चलाने का निर्देश भी दिया।*सामुदायिक शौचालय की मांगी रिपोर्ट जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने कान्हा गौशाला के निकट बने सामुदायिक शौचालय के विषय में अधिशासी अधिकारी से रिपोर्ट तलब की है। उन्होंने कहा कि अपने निर्माण के कुछ वर्ष के भीतर ही शौचालय भवन का जर्जर होना अनियमितता की ओर संकेत करता है। उन्होंने उपयोगिता की दृष्टि से सामुदायिक शौचालय निर्माण हेतु स्थल चयन की प्रक्रिया के संबंध में भी जानकारी मांगी है।
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