भव्य एवं सुरूचिपूर्ण ढंग से मनायी गयी महर्षि बाल्मीकि जयंती

प्रयागराज। महर्षि बाल्मीकि जयंती रविवार को दिव्य, भव्य एवं सुरूचिपूर्ण ढंग से मनायी गयी। चयनित 5 स्थलों/मंदिरों जिसमें माता शान्ता-श्रृंग ऋषि मंदिर आश्रम, श्रृंगवेरपुर धाम, भारद्वाज आश्रम, बड़े/लेटे हनुमान , त्रिवेणी संगम, हनुमान मंदिर, हनुमत निकेतन सिविल लाइन एवं संकट मोचन, शहीद रोशन सिंह स्मारक स्थल स्वरूपरानी चिकित्सालय परिसर पर बाल्मीकि रामायण का पाठ, दीपदान एवं दीप प्रज्जवलन का कार्यक्रम किया गया।इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री, जलशक्ति विभागस्वतंत्र देव सिंह जी की उपस्थिति में बड़े/लेटे हनुमान जी मंदिर पर आयोजित वाल्मीकि रामायण पाठ का मंत्रोच्चारण के साथ पूजन कर शुभारम्भ किया गया। मंत्री के साथ भाजपा नगर अध्यक्ष गणेश केसरवानी, जिला कार्यक्रम अधिकारी दिनेश सिंह व रामायण पाठ मण्डली के सदस्य एवं श्रद्धालुगण उपस्थित रहे। इसी क्रम में संकट मोचन मंदिर, शहीद रोशन सिंह स्मारक स्वरूपरानी चिकित्सालय में कार्यक्रम का शुभारम्भ डाॅ0 जी0सी0 त्रिपाठी, अध्यक्ष उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग की गरिमामयी उपस्थिति में किया गया। चिन्हित स्थलों पर कार्यक्रम को भव्य एवं सुरूचिपूर्ण तथा व्यवस्थित ढंग से सम्पन्न कराने के लिए माता शान्ता श्रृंगऋषि मंदिर आश्रम श्रृंगवेरपुर में सुश्री अपराजिता सिंह, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी तथा पर्यवेक्षक अधिकारी के रूप में उपजिलाधिकारी सोरांव एवं खण्ड विकास अधिकारी श्रृंगवेरपुर को नामित किया गया था। इसी क्रम में भारद्वाज आश्रम में जिला समाज कल्याण अधिकारी को नोडल एवं ए0सी0एम0 प्रथम सौरभ भट्ट को पर्यवेक्षक, लेटे/बड़े हनुमान मंदिर, त्रिवेणी संगम के लिए जिला कार्यक्रम अधिकारी तथा अपर नगर मजिस्टेट चतुर्थ गणेश कुमार कनौजिया को पर्यवेक्षक, हनुमान मंदिर, हनुमत निकेतन सिविल लाइन के लिए पाण्डुलिपि अधिकारी गुलाम सरवर एवं ए0सी0एम0 द्वितीय सुदामा वर्मा को पर्यवेक्षक, संकट मोचन शहीद रोशन सिंह स्मारक स्थल स्वरूपरानी चिकित्सालय परिसर के लिए मो0 मोहसिन नूरी क्षेत्रीय अभिलेख अधिकारी तथा अपर नगर मजिस्टेट तृतीय अभिनव कनौजिया को पर्यवेक्षक के रूप में नामित किया गया था। इसके साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी चयनित स्थलों/मंदिरों पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। ल्मीकि जयंती कार्यक्रम को सुरूचिपूर्ण एवं भव्य रूप से सम्पन्न कराने के लिए अपर जिलाधिकारी नगर मदन कुमार को सम्पूर्ण कार्यक्रम के लिए नोडल अधिकारी नामित किया गया था, जिनके अनुश्रवण में सभी चयनित स्थलों/मंदिरों पर बाल्मीकि रामायण पाठ, भजन, दीपदान एवं दीप प्रज्जवलन का कार्य सकुशल ढंग से सम्पन्न हुआ।