बाँदा/अतर्रा।हिंदू इंटर कॉलेज के सैकड़ों छात्र-छात्राओं द्वारा जल जीवन मिशन (जल ही जीवन-कैच द रेन ) के अंतर्गत रैली निकालकर लोगों को जल संरक्षण हेतु जागरूक किया गया। छात्रों ने लोगों को जीवन के लिए अमूल्य पानी की बचत करने हेतु प्रेरित किया। कोतवाली निरीक्षक अनूप कुमार दुबे व प्रधानाचार्य डॉ राकेश कुमार सिंह ने छात्रों को संबोधित करते हुए जल का संरक्षण करने की शपथ दिलाई तथा छात्र छात्राओं को शासन द्वारा चलाई जा रही “हर घर नल योजना “की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने छात्र-छात्राओं से अपने पास -पड़ोस एवं घर पर जल संरक्षण के उपाय करने का वचन लिया।बच्चों द्वारा जल ही जीवन-कैच द रेन विषय पर आयोजित रैली हिंदू इंटर कॉलेज से प्रारंभ होकर गांधी चौक से होते हुए पुनः कालेज में ही समाप्त हुई । छात्र-छात्राओं द्वारा जल ही जीवन है ,जल है तो कल है ,जल बचाओ जीवन बचाओ ,जल है असली सोना इसे नहीं है कभी खोना ,बिना पानी जीवन बदहाली ,पानी से है हरियाली जैसे स्लोगन लिखी तख्तियां लेकर लोगों को जल संरक्षण के प्रति प्रेरित किया,जबकि पानी की उपयोगिता गिनाते हुए बच्चों ने नारे लगाए। इस दौरान विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ राकेश कुमार सिंह, शिक्षक मदन मोहन चौरसिया ,रामधनी यादव, संतोष कुमार द्विवेदी ,सीताराम, संदीप कुमार जैन ,बाबूलाल विश्वकर्मा, अरुण कुमार पटेल ,कपिल कुमार अग्निहोत्री ,श्री गणेश सिंह ,महेश सिंह चौहान, राजेश कुमार शुक्ला ,गौरव कुमार ,पतिराखन सिंह, विनय श्रीवास्तव ,श्वेता गौतम ,केशव प्रसाद साहू ,सतेंद्र ,रामचंद्र ,कुशल सिंह चंदेल, ओम प्रकाश यादव ,अवधेश प्रताप सिंह ,राजेश कुमार पांडेय ,राज नारायण त्रिपाठी, मनोज कुमार कुशवाहा, मुक्ता चतुर्वेदी ,ओमप्रकाश, मोहनलाल ,अशोक कुमार ,फूल सिंह मौर्य ,सुरेश चंद वर्मा , अरिमर्दन सिंह, दिनेश कुमार ,जय प्रकाश दुबे ,जनार्दन सिंह ,मनोज कुमार ,देवेंद्र कुमार ,मनीष कुमार ,विनोद कुमार एवं वरिष्ठ सहायक कामता प्रसाद सिंह आदि शामिल रहे।वहीं ब्रह्म विज्ञान इंटर कॉलेज में भी जल संरक्षण रैली निकाली गई।अध्यापक बच्चों को गौरा बाबा के पास स्थित रामसरोवर में ले गये जहां उनके द्वारा सफाई अभियान चलाया गया। कालेज में आयोजित गोष्ठी पर जल संरक्षण के लिए छात्रों को प्रेरित किया गया। शिक्षकों ने तालाब, नदी, कूपों के महत्व को विस्तार से रेखांकित कर उनका संरक्षण करने हेतु जागरुक किया।प्रधानाचार्य शिवदत्त त्रिपाठी ने कहा कि जल है तो कल है, जल ही जीवन है इसलिए हमें जल बचाना होगा। जल के स्रोतों की रक्षा करना होगी। तालाबों का अतिक्रमित न करने व वहां कूड़ा न फेंकने के लिए सचेत करते हुए कहा कि क्षेत्र में जो भी तालाब बचे हैं दुर्भाग्य से उनका जल उपयोग के योग्य नहीं बचा है। उनमें नालियों का गंदा पानी मिल कर उन्हें दूषित कर रहा है। इस दौरान अरुण कुमार, शान्ति भूषण यादव, चेतराम, राजेन्द्र कुमार, कमलेश कुमार आदि शामिल रहे।
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