जौनपुर । पूर्वान्चल विष्वविद्यालय में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कार्यक्रम 9 सितंबर को प्रस्तावित है। मुख्यमंत्री द्वारा मेडिकल कॉलेज और एसटीपी का निरीक्षण किया जा सकता है। उनके कार्यक्रम को लेकर कमिश्नर दीपक अग्रवाल और आईजी के.सत्यनारायण द्वारा ने ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण किया । निरीक्षण के दौरान कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने गंगा प्रदूषण नियंत्रण खंड के प्रोजेक्ट मैनेजर एसके बर्मन को देखकर बोले कि बनारस डुबोकर जौनपुर डुबोने आ गए हो। ज्ञात हो कि बनारस के रामनगर में भी 10 एमएलडी की क्षमता का सीवर ट्रीटमेंट प्लांट लगा हुआ है। बनारस के रामनगर एसटीपी में भी एसके बर्मन ने ट्रीटमेंट प्लांट में गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई के तहत काम किया था। कमिश्नर दीपक अग्रवाल डीएम एसएसपी और आईजी समेत बुधवार की दोपहर एसटीपी का निरीक्षण करने पहुंचे थे। इस दौरान गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई के प्रोजेक्ट मैनेजर एसके बर्मन को देखकर उन्होंने शिकायती लहजे में कहा कि बनारस डुबोने के बाद अब जौनपुर डुबोने आ गए हो। नमामि गंगे परियोजना के अंतर्गत जौनपुर में 246 करोड़ की लागत से एसटीपी का निर्माण हुआ है। ये एसटीपी के प्रोटोटाइप की तस्वीर है। प्रोटोटाइप मॉडल के सहारे सीएम को प्लांट के बारे में जानकारी दी जाएगी। ये एसटीपी के प्रोटोटाइप की तस्वीर है। प्रोटोटाइप मॉडल के सहारे सीएम को प्लांट के बारे में जानकारी दी जाएगी। यहां बने एसटीपी प्लांट की क्षमता 30 एमएलडी की है। 14 बड़े नालों को चिन्हित कर एसटीपी से जोड़ा जाना था। लेकिन अभी तक मात्र एक नाला ही जुड़ पाया है। एसके बर्मन ने बताया कि अक्टूबर के अंत तक 14 चिन्हित नालों को जोड़ दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि कई कारणों से सीवर डालने के काम में लेटलतीफी हुई है। लेकिन अक्टूबर के अंत तक काम पूरा हो जाएगा। 3 महीने तक प्लांट ट्राई एंड रन फेज में रहेगा।
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