प्रदेश का परिचय बिंदु होगा भव्य प्रवेश द्वार: डीएम

देवरिया।जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह एवं पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने आज उत्तर प्रदेश-बिहार सीमा से जुड़े पांच प्रवेश मार्गों पर भव्य प्रवेश द्वार बनाने की परियोजना को अमलीजामा पहनाने के उद्देश्य से स्थलों का निरीक्षण कर भूमि चिन्हित की।जिलाधिकारी ने लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता को शीघ्र ही प्रवेश द्वार का निर्माण प्रारंभ करने का निर्देश दिया।जिलाधिकारी ने आज उत्तर प्रदेश -बिहार सीमा पर स्थित रामपुर बुजुर्ग, बनकटा चित्रसेन और प्रतापपुर का निरीक्षण कर भूमि उपलब्धता की संभावनाओं को तलाशा। स्थानीय लोगों से संवाद करने के पश्चात उपर्युक्त तीनों सीमावर्ती स्थलों पर भव्य प्रवेश द्वार हेतु भूमि चिन्हित कर ली गई है। उन्होंने बताया कि यह राज्य सरकार की महत्वपूर्ण परियोजना है और इसे हर हाल में शासन की मंशानुरूप तय समयसीमा में पूर्ण किया जाएगा। शासन से इसके लिए 6 करोड़ रुपए से अधिक की धनराशि राशि स्वीकृत की गई है। इन प्रस्तावित द्वारों के सौंदर्यीकरण पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, जिससे पड़ोसी राज्य से आने वाले लोगों के मन में प्रदेश की अच्छी छवि दिखे। यह प्रवेश द्वार सीमावर्ती राज्य के लिए प्रदेश के परिचय बिंदु की भांति होगा। इसे सोलर लाइट एवं विभिन्न प्रकार के आकर्षक स्लोगन से इसे सजाया जाएगा। इसका डिजाइन शासन स्तर से स्वीकृत है। इसमें द्वार के दोनों ओर तीन-तीन पिलर होंगे। निर्धारित मानक के अनुसार सड़क के मध्य से 12-12 मीटर दाएं एवं बाएं की भूमि की आवश्यकता होगी। साथ ही 100 मीटर लंबाई की भूमि उपलब्ध होनी चाहिए। इन मार्गों पर सीमा से 500 मीटर के दायरे में भव्य प्रवेश द्वार का निर्माण होना प्रस्तावित है।शासन से प्राप्त निर्देशों के अनुसार जनपद के कुल 5 सीमावर्ती स्थानों पर भव्य प्रवेश द्वार बनाना प्रस्तावित है। इन प्रवेश द्वारों को लोक निर्माण विभाग के पांच टू-लेन मार्गों सलेमपुर-मझौलीराज-मैरवा मार्ग, सिरसिया-प्रतापपुर-मैरवा मार्ग, लार-चुनकी-भाटपाररानी-भिगारी मार्ग, पकड़ी-बंगरा-बंगरुआ-मिश्रौली मार्ग, मल्ल रावतपार- बैकुंठपुर- मधवापर मार्ग शामिल हैं। इस अवसर पर एसडीएम भाटपाररानी संजीव उपाध्याय, अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी आरके सिंह सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद थे।