फतेहपुर। शहर के पाश इलाके बुलेट चैराहा स्थित मार्किंग कंपनी फ्लिपकार्ट ऑफिस में हुई 18 लाख 81 हजार रुपए की लूट का पुलिस ने 24 घंटे के भीतर खुलासा कर दिया। वारदात में कंपनी का कैशियर ही मास्टर माइंड निकला। पुलिस ने शहर क्षेत्र के अग्रसेन तिराहा से जेल रोड की तरफ घेराबंदी करके बाइक सवार तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया। जिनके पास से 18 लाख 53 हजार रूपए कैश समेत तमंचा-कारतूस व एक बाइक बरामद की गई। पुलिस टीम की इस सफलता पर आईजी राकेश कुमार सिंह ने पचास हजार रूपए का ईनाम दिया।पुलिस लाइन के सभागार में घटना का खुलासा करते हुए आईजी रेंज प्रयागराज राकेश कुमार सिंह ने बताया कि बुलेट चैराहा स्थित फ्लिपकार्ट आफिस में वारदात का मांस्टर माईंड इसी कंपनी में काम करने वाला कैशियर विकास ही था। जिसने पुलिस को ऑफिस में हुई लूट की सूचना भी दी थी। पुलिस ने मौके पर पहुंच घटनाक्रम और सीसीटीवी को खंगाला तो पुलिस को शक हुआ कि वारदात में कैशियर भी शामिल हो सकता है, पुलिस ने पूंछतांछ के बाद उसे छोड़ दिया और उसके नंबरों को सर्विलांस में लगाते हुए मामले की पड़ताल शुरु की तो पता चला कि पूरे गेम को इसी ने प्लान किया था। पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर शहर क्षेत्र के अग्रसेन चैराहा से जेल रोड पर बाइक सवार अभियुक्तों को रोक लिया। पकड़े गए अभियुक्तों ने अपने नाम विकास सिंह पुत्र रामकरन सिंह निवासी ग्राम कोराई थाना मलवां बताया। जिसके पास से पुलिस ने नौ लाख 26 हजार 600 रूपए बरामद किए। दूसरे ने अपना नाम अनूप सिंह उर्फ अरविंद सिंह पुत्र मान सिंह निवासी बेनौरा थाना पश्चिम शरीरा जनपद कौशांबी बताया। जिसकी तलाशी लेने पर एक तमंचा व एक कारतूस व चार लाख 63 हजार 200 रूपए बरामद किए। तीसरे ने अपना नाम सचिन सिंह पुत्र भूपति सिंह निवासी ग्राम इटरौर भिखमपुर थाना कर्वी जनपद चित्रकूट बताया। जिसके पास से टीम ने एक तमंचा, एक कारतूस के अलावा बैग से चार लाख 63 हजार 200 रूपए बरामद किए। अभियुक्त विकास ने बताया कि उन्होने काफी पहले से यह षड़यंत्र बनाया था कि फ्लिपकार्ट आफिस का पैसा जब ज्यादा मात्रा में इकट्ठा हो जाएगा को लूट की शक्ल देकर पैसा गायब करंेगे। पुलिस फरार अभियुक्त अभिषेक पुत्र अज्ञात निवासी रेहुटिया थाना कर्वी जनपद चित्रकूट की तलाश में लगी है। पुलिस ने तीनों अभियुक्तों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए न्यायालय भेज दिया। गिरफ्तारी एवं बरामदगी करने वाली टीम को आईजी ने पचास हजार रूपए का ईनाम दिया है। खुलासा करने वाली टीम में कोतवाली प्रभारी अमित कुमार मिश्रा, एसओजी टीम-1 के उपनिरीक्षक विनोद कुमार मिश्रा, एसओजी टीम-2 के उपनिरीक्षक विध्यवासिनी तिवारी व सर्विलांस टीम के उपनिरीक्षक राजेश कुमार यादव अपने हमराही सिपाहियों के साथ शामिल रहे। वार्ता के दौरान एसपी राजेश कुमार सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार, पुलिस उपाधीक्षक नगर दिनेश चंद्र मिश्रा भी मौजूद रहे।
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