प्रयागराज।मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के आदेशों के अनुपालन में आबकारी विभाग एवं गन् विभाग ने प्रदेश में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए बड़े पैमाने पर सैनिटाइजर का उत्पादन शुरू किया है शराब से सैनिटाइजर के उत्पादन के साथ बड़े पैमाने पर शुरू किया गया भगीरथ प्रयास आज भी जारी है।इस संबंध में जानकारी देते हुए संजय आर भूसरेड्डी अपर मुख्य सचिव आबकारी द्वारा बताया गया प्रदेश में कोरोना संक्रमण के दौरान होटल, रेस्टोरेंट, कंपनी, दुकान, दुकान आदि आर्थिक गतिविधियों का संचालन प्रभावित हो रहा था और ऐसे में सैनिटाइजर का उत्पािदन कर मानव स्वास्थ्य को सुरक्षित रखते हुए आर्थिक गतिविधियों में लगे संस्थानों को संचालित किया जाना अति आवश्यक हो गया था और राजकीय गतिविधियों, निजी संस्थानों और अस्पतालों आदि जगहों पर हैंड सैनिटाइज़र की मांग बढ़ रही थी, जिसको देखते हुए आबकारी तथा गन्ना एवं चीनी विभाग ने युद्ध स्तर पर सैनिटाइजर बनाने की जिम्मेदारी लेते हुए इस दिशा में भगीरथ प्रयास शुरू किया गया। उत्तर प्रदेश में विभाग द्वारा सैनिटाइज़र की आपूर्ति बाजार में तो कराई ही गई, साथ-साथ देश के अन्य राज्यों जैसे गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र आदि में की गई। मांग और खपत को देखते हुए उत्तमर प्रदेश में चीनी मिलों एवं आसवनियों को सैनिटाइजर का तत्कातल एफ०एल० ४१ लाइसेंस निर्गत किये गये, जिसके फलस्वरूप राज्य भर में ९७ कंपनियां सैनिटाइज़र बनाने के लिए आगे आईं और आज वैश्विक महामारी की रोकथाम में अपना अतुल्यं योगदान दे रहीं हैं। इस अवधि में कोरोना महामारी से निजात पाने के सेनिटाइजर का रिकॉर्ड उत्पादन किया गया है। प्रदेश में आसवनी एवं चीनी मिलों द्वारा अब कुल २०६.२५ लाख लीटर सैनिटाइजर का उत्पािदन करते हुए १९२.४४ लाख लीटर सैनिटाइजर की पैकिंग बाजार में बिक्री के लिए उपलब्ध करायी जा चुकी है। अभी भी कंपनियों में लगभग ७५ लाख लीटर पैकिंग बिक्री के लिए उपलब्ध है।अपर मुख्य सचिव ने बताया कि उनके निर्देश पर आज सैनिटाइजर बनाने वाली इकाइयों इ्वारा न केवल निर्माण कर बाजार में उचित मूल्य पर बिक्री के लिए उपलब्ध कराया जा रहा है, बल्कि उनके द्वारा कोरोना महामारी मे फ्रण्टकलाइन के अधिकारियों और कर्मचारियों की स्वादस्यग सुरक्षा को देखते हुए जिला प्रशासन, पुलिस, नगर निगम और स्वास्थ्य कमियों को भी नि:शुल्क सैनिटाइजर की आपूर्ति भी कराई गयी।