बाँदा।आसमानी बिजली गिरने से 24 घंटों के दौरान अलग-अलग जगहों पर 3 लोगों की मौत हो गई। इसमें किलेदार पुरवा में रहने वाली महिला समेत एक किसान की मौत हुई। जबकि,अलोला गांव में एक किसान ने जान गंवा दी। 7 दिनों में आकाशीय बिजली की चपेट में आकर 11 लोग जान गंवा चुके है।सीएम योगी आदित्यनाथ ने मरने वालों के परिवार को 4-4 लाख रुपए की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया है।जल शक्ति मंत्री रामकेश निषाद भी बांदा के जिला अस्पताल पहुंचे।यहां एक बेड पर दो-दो लोगों का इलाज चल रहा था। ये देखकर वो नाराज हुए।उन्होंने डॉक्टरों से कहा,मरीजों का इलाज करने में लापरवाही नहीं होनी चाहिए।खेत पर काम करने वाले चपेट में आए सबसे पहले किलेदार के पुरवा में बिजली हादसे के बारे में बताते हैं। इसमें सुनीता की मौत हुई। वो राम भरोसे की पत्नी हैं। यही रहने वाले 25 वर्षीय गंगादीन ने भी आकाशीय बिजली की चपेट में आकर जान गंवा दी।इस हादसे में राम भरोसा और ग्राम प्रधान राम भोहरी घायल हुए।दूसरी घटना अलोला गांव में बिजली गिरने की हुई। यहां बकरी चरा रहे दयाराम की मौत हो गई। जबकि मोहन घायल हुए हैं।तीसरी घटना जमालपुर गांव में आकाशी बिजली गिरने की हुई। यहां खेत में बकरी चरा रहे बच्चो पर बिजली गिर गई। जिसमें 6 बच्चे झुलस गए। इसमें विष्णु, आरती, संध्या, मानसी, प्रवीण कुमार और राज करण है। सभी जिला अस्पताल में भर्ती हैं। जिनका इलाज चल रहा है। इससे पहले नरैनी तहसील क्षेत्र में 3 लोग, जबकि अतर्रा में 2 मौत हो चुकी है। सभी मरने वाले और घायलों का ब्योरा राजस्व विभाग की टीम ने जुटाया है।सोमवार देर रात प्रदेश के जलशक्ति राज्य मंत्री राम केश निषाद अचानक ट्रामा सेंटर पहुंचे। बच्चा वार्ड में घायल बच्चों से भी मिले। अस्पताल में एक बेड में दो बच्चो को लेटा देखकर उन्होंने नाराजगी जाहिर की। मंत्री ने फोन लगा कर डीएम अनुराग पटेल से बात कर व्यवस्था की करने के लिए बोला हैहै।कहा कि जिन बेड में दो बच्चे लेटे हैं।उनका बेड अलग कर दिया जाए।
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