जिनेवा। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि 70 से अधिक देशों में मंकीपॉक्स का प्रसार होना एक ‘असाधारण’ स्थिति है, जिसने अब वैश्विक आपातस्थिति का रूप ले लिया है। डब्ल्यूएचओ की यह घोषणा ने इस रोग के उपचार के लिए टीका विकसित करने की जरूरत को रेखांकित किया है। डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस ए घेब्रेयसस ने वैश्विक स्वास्थ्य संगठन की ‘इमरजेंसी कमेटी’ के सदस्यों के बीच आम सहमति नहीं बन पाने के बावजूद यह घोषणा की। यह पहला मौका है जब डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने इस तरह की कार्रवाई की है। टेड्रोस ने कहा संक्षेप में, हम एक ऐसी महामारी का सामना कर रहे हैं जो संचरण के नए माध्यमों के जरिए तेजी से दुनिया भर में फैल गई है और इस रोग के बारे में हमारे पास काफी कम जानकारी है तथा यह अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य नियमन की अर्हता को पूरा करता है। उन्होंने कहा मैं जानता हूं कि यह कोई आसान या सीधी प्रक्रिया नहीं रही है और इसलिए समिति के सदस्यों के भिन्न-भिन्न विचार हैं। हालांकि, मंकीपॉक्स मध्य और पश्चिम अफ्रीका के कई हिस्सों में दशकों से मौजूद है, लेकिन अफ्रीका महाद्वीप के बाहर इतने बड़े पैमाने पर इसका प्रकोप पहले कभी नहीं देखा गया और मई तक लोगों के बीच न इसका व्यापक प्रसार हुआ था। इस रोग को वैश्विक आपात स्थिति घोषित करने का मतलब है कि मंकीपॉक्स का प्रकोप एक असाधारण घटना है और यह रोग कई अन्य देशों में भी फैल सकता है तथा एक समन्वित वैश्विक प्रतिक्रिया की जरूरत है। इससे पहले, डब्ल्यूएचओ ने कोविड-19,इबोला, जीका वायरस के लिए आपात स्थिति की घोषणा की थी।
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